किदांबी के नक्शे कदम पर चलते हुए भारत के टेनिस खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन ने भी इतिहास रच दिया है। वर्ल्ड रैंकिंग में 222 वीं रैंकिंग वाले रामनाथन ने अंटालिया ओपन के प्री-क्वार्टरफाइनल मकाबले में दुनिया के आठवें नंबर के टेनिस खिलाड़ी डोमिनिक थिएम को सीधे सेटों में हराकर टेनिस जगत में सनसनी मचा दी है। तुर्की में चल रहे अंटालिया ओपन में रामकुमार ने सिर्फ़ 59 मिनट में 6-3, 6-2 से थिएम को मात दी।
रामकुमार की उपलब्धि का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि उन्होंने जिस डोमिनिक थिएम को हराया वो फ़्रेंच ओपन 2017 के क्वार्टरफ़ाइनल में स्टार खिलाड़ी नोवाक जोकोविक को हरा चुके हैं। इससे पहले रोम मास्टर्स में उन्होंने राफेल नडाल को भी मात दी थी।
यह रामनाथन के एकल करियर की सबसे बड़ी जीत के साथ-साथ एटीपी रैंकिंग में शीर्ष 10 के खिलाड़ी पर उनकी पहली जीत भी है। रामनाथन ने जीत का श्रेय अपनी कड़ी मेहनत को दिया। इस जीत के साथ ही उन्होंने 439,000 डॉलर इनामी राशि के टूर्नामेंट के अंतिम आठ में प्रवेश कर लिया जहां क्वार्टरफाइनल में उनका मुकाबला साइप्रस के स्टार खिलाड़ी मार्कस बदातिस से होगा।
रामनाथन ने पहले दौर में वर्ल्ड नंबर 68 ब्राजील के रोजेरियो दुत्रा सिल्वा को 6-3 6-4 से हराया था हालांकि वह विंबलडन क्वालीफायर में जगह नहीं बना सके, जिसकी अंतिम तारीख 25 जून थी। रामकुमार की इस ऐतिहासिक जीत की तुलना साल 1998 के लिएंडर पेस के प्रदर्शन से की जा रही है जब भारत के टेनिस स्टार लिएंडर पेस ने उस समय के नंबर वन खिलाड़ी अमेरिका के पीट सैंप्रास को पायलट पेन टेनिस चैंपियंशिप के सिंगल मुकाबले में हराया था।
कौन हैं रामकुमार रामनाथन
रामकुमार डबल्स में भी भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। 22 साल के रामकुमार वर्ल्ड रैंकिंग में 222वें स्थान पर हैं। रामनाथन के कैरियर की बेस्ट रैंकिंग 196 थी जो 25 जुलाई 2016 को हासिल की थी. डबल्स की वर्ल्ड रैंकिंग में वे 228वें स्थान पर हैं। चेन्नई में जन्में रामकुमार बार्सिलोना (स्पेन) की सांचेज कैसल एकेडमी में ट्रेनिंग करते हुए बिताते हैं जहां एमिलियों सांचेज उनके कोच हैं। रामकुमार पहली बार उस समय सुर्खियों में आये थे जब साल 2014 में चेन्नई ओपन में के पहले राउंड में उन्होंने भारत के नंबर 1 खिलाड़ी सोमदेव बर्मन को हराया था। चेन्नई के लोयला कालेज से इकोनोमिक्स में स्नातक रामकुमार का सपना ग्रैंड स्लैम टाइटल जीतना और एटीपी रैंकिंग के टॉप-100 में शामिल होना हैं। पांच साल की उम्र से टेनिस खेल रहे रामकुमार स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर को अपना आइडियल मानते हैं।