एआईटीए ने संकेत दिया था कि 64 वर्षीय अमृतराज को हटाया जा सकता है क्योंकि वह टीम में अनुशासन में लाने में असफल रहे हैं और मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक युवा खिलाडि़यों ने शराब पीने के अलावा ड्रेसिंग रूम में महिला दोस्तों को बुलाया। अमृतराज और कोच जीशान अली के कार्यकाल की इस साल के अंत तक समीक्षा होगी और भारत को अगला मुकाबला पुणे में तीन से पांच फरवरी तक न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलना है।
सोमदेव ने पीटीआई से कहा, मेरी राय में परिणामों को देखते हुए, आनंद एक अच्छा कप्तान है। यह चीज मेरे लिये समझानी मुश्किल है कि हमें बदलाव की जरूरत क्यों है। कप्तान बदलने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, हम कोरिया गये थे और हमने उन्हें उनके कोर्ट पर शिकस्त दी थी। हमारे डेविस कप के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
सोमदेव ने कहा कि उन्होंने चोटों के मुद्दे के कारण पिछले कुछ समय से डेविस कप नहीं खेला है लेकिन वह इस मुद्दे पर अपनी राय देने के लिये काफी लंबे समय तक टीम का हिस्सा रह चुके हैं।
सोमदेव ने कहा, हां, मैंने कुछ मुकाबले नहीं खेले हैं लेकिन मैं करीब 10 साल तक इसमें (टीम में) रहा हूं। उन्होंने युवा खिलाडि़यों से जुड़े अनुशासनहीनता के मुद्दे से इनकार नहीं किया लेकिन कहा कि कप्तान ने इन्हें तुरंत सुलझाया था। सोमदेव ने कहा, युवाओं ने गलतियां की हैं लेकिन इनका निपटारा किया गया था। इस तरह की गलतियां दोबारा दोहरायी नहीं गयी इसलिये ऐसा नहीं है कि अनुशासहीनता को सही नहीं किया गया। मैंने व्यक्तिगत रूप से युवा खिलाडि़यों से बात की थी अैर उन्हें साफ तौर पर बताया था कि क्या स्वीकार्य है और क्या नहीं और उन्होंने बात सुनी थी। टीम को आगे ले जाने के लिये जूनियरों, सीनियरों और कप्तान को एक साथ काम करने की जरूरत है।
भाषा