अंतिम रेस में गोल्ड के सपनों के साथ ट्रैक पर उतरे दुनिया के सबसे तेज रनर उसेन बोल्ट को विदाई रेस में ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। अमेरिका के अनुभवी जस्टिन गैटलिन ने बोल्ट को पछाड़ते हुए विश्व चैंपियनशिप में पुरुषों की 100 मीटर दौड़ का खिताब जीत लिया। लेकिन इस जीत के बाद भी उन्हें दर्शकों का प्यार नहीं मिल पाया। रेस खत्म होने के साथ ही उन्हें हूटिंग का सामना करना पड़ा।
दो बार डोपिंग के लिए बैन हुए और पिछली दो विश्व चैंपियनशिप में बोल्ट से पिछड़ने के बाद सिल्वर मेडल से संतोष करने वाले गैटलिन ने 9.92 सेकेंड के समय के साथ गोल्ड जीता। उनके हमवतन क्रिस्टियन कोलेमेन ने 9.94 सेकेंड के समय के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया। बेहतरीन शुरुआत के लिए जाने जाने वाले बोल्ट की शुरुआत इस बार बेहद खराब रही और उन्हें 9.94 सेकेंड के समय के साथ ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा।
रेस खत्म होने के बाद गैटलिन से गले लगने वाले बोल्ट ने कहा, ‘‘मैं माफी चाहता हूं कि जीत के साथ अंत नहीं कर पाया। लेकिन मैं समर्थन के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमेशा की तरह यह बेहतरीन अनुभव रहा।’’
जीतने के बाद करना पड़ा हूटिंग का सामना
गैटलिन को हालांकि हीट्स और सेमीफाइनल की तरह एक बार फिर दर्शकों की हूटिंग का सामना करना पड़ा। इस दौरान दर्शक ‘उसेन बोल्ट, उसेन बोल्ट’ चिल्ला रहे थे। यह वही स्टेडियम है जहां 2012 में बोल्ट और उनकी प्रतिद्वंद्विता को उनके दागी अतीत के कारण ‘अच्छाई बनाम बुराई’ के रूप में पेश किया गया था।
गैटलिन ने कहा, ‘‘शुरुआती राउंड के दौरान मैं हूटिंग का आदी हो गया था लेकिन मेरा लक्ष्य तय था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने वह किया जो मुझे करना चाहिए था। जो लोग मुझे प्यार करते हैं वे यहां और स्वदेश में मेरी हौसलाअफजाई कर रहे थे।’’
गोल्ड मेडल जीतने वाले गैटलिन ने कहा, ‘‘यह बोल्ट की अंतिम रेस है। वर्षों में मैंने कई जीत दर्ज की और कई बार हार का सामना करना पड़ा। यह बेहतरीन अवसर है। हम ट्रैक पर प्रतिद्वंद्वी हैं लेकिन इससे दूर हम अच्छा समय बिताते हैं और हंसी मजाक करते हैं।’’
जीत दर्ज करने के बाद गैटलिन ने शुरुआत में अपनी अंगुली होंठों पर लगाई जैसे कि वह दर्शकों को चुप रहने के लिए कह रहे हों लेकिन इसके बाद वह बोल्ट के सम्मान में अपने घुटनों पर झुक गए। उन्होंने कहा, ‘‘सबसे पहले उसने (बोल्ट ने) मुझे बधाई दी और कहा कि मैं हूटिंग का हकदार नहीं था। वह प्रेरणादायी है।’’
बोल्ट के नाम 100 मीटर का रिकॉर्ड
ब्रॉन्ज के साथ रेस का अंत करने वाले बोल्ट की ये आखिरी रेस थी। गौरतलब है कि 30 साल के बोल्ट के नाम 100 मीटर के लिए सबसे तेज समय 9.58 सेकेंड का रिकॉर्ड है। जबकि 200 मीटर के लिए उन्होंने 19.19 सेकेंड का समय निकाला। ओलंपिक में उन्होंने 8 गोल्ड जीते जबकि विश्व चैम्पियनशिप में 11 गोल्ड और दो सिल्वर अपने नाम किए। राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने 1 गोल्ड जीता।
बोल्ट ने अपने करियर में 100 मीटर की रेस में 6 गोल्ड, 200 मीटर रेस में 10 गोल्ड और 1 सिल्वर वहीं 4 गुणा 100 रिले में 7 गोल्ड और 3 सिल्वर मेडल जीते। बोल्ट को उनके शानदार करियर के लिए 2008, 2009, 2011, 2012, 2013 और 2016 में वर्ल्ड एथेलिट ऑफ द इयर चुना गया।