भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने मंगलवार को कहा कि मौकों को गोल में बदलना एफआईएच सीरीज फाइनल्स में बेहद महत्वपूर्ण होगा। भुवनेश्वर में छह जून से शुरू हो रहे एफआईएच सीरीज फाइनल्स से भारत टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ कर सकता है। टूर्नामेंट की अहमियत पर मनप्रीत ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी अधिकांश मौकों को भुनाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में भारतीय टीम को अहम मैचों में मौकों को भुनाने में जूझना पड़ा है।
ओलिंपिक के लिए कर सकते हैं क्वॉलिफाइ
मनप्रीत ने कहा कि यह टूर्नामेंट हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके जरिए हम ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ कर सकते हैं। इसलिए हम एक बार में एक मैच पर ध्यान लगा रहे हैं। हमारा ध्यान आत्मविश्वास हासिल करने, अच्छा प्रदर्शन करने और अच्छे स्कोर से जीत दर्ज करने पर है। अनुभवी स्ट्राइकर रमनदीप सिंह की भारतीय टीम में वापसी हुई है।
बीरेंद्र लाकड़ा को टीम का उप कप्तान बनाया गया है
उन्होंने कहा कि हम मौकों का फायदा उठाना चाहते हैं और इन्हें गोल में तब्दील करना चाहते हैं और साथ ही डिफेंस को मजबूत करना चाहते हैं। अनुभवी डिफेंडर बीरेंद्र लाकड़ा को टीम का उप कप्तान बनाया गया है जो अपने घरेलू मैदान पर खेलेंगे। लाकड़ा के अनुसार टीम में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है।
अंतिम मिनटों में गोल करने की कोशिश करनी होगी
लाकड़ा ने कहा कि गोल करने और अंतिम मिनटों में विरोधी टीम को गोल करने से रोकने में समस्या आई है। नए कोच विडियो विश्लेषण के जरिए हमें इस समस्या को समझने में मदद कर रहे हैं। जब तक हम अपने अभ्यास सत्र को समाप्त नहीं कर लेते, हम आखिरी कुछ मिनटों में गोल करने की कोशिशों में सुधार कर रहे हैं और साथ ही विरोधियों को अंत तक स्कोर करने से रोकने पर भी काम कर रहे हैं।
भारत का पहला मैच छह जून को रूस के खिलाफ
भारत को टूर्नामेंट में रूस, पोलैंड और उजबेकिस्तान के साथ पूल ए में रखा गया है जबकि 18वें एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता जापान, मैक्सिको, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका पूल बी में हैं। भारत छह जून को रूस के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा और भारत का लक्ष्य शीर्ष पर रहकर इस साल के आखिर में होने वाले ओलिंपिक क्वॉलिफाइंग टूर्नामेंट में जगह बनाना होगा।