हाकी विश्व लीग फाइनल टीम से सात खिलाड़ियों को बाहर रखने का फैसला ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए किया गया है क्योंकि हाकी इंडिया के चयनकर्ता उन सभी सीनियर खिलाडि़यों को चरणबद्ध तरीके से आराम देना चाहते हैं जिनसे रियो जाने वाली कोर टीम बनाने की उम्मीद है।
श्रीजेश के अलावा अजलान शाह की टीम में स्ट्राइकर आकाशदीप सिंह, मिडफील्डर धरमवीर सिंह, डैग फ्लिकर वी.आर. रघुनाथ और शीर्ष डिफेंडर बीरेंद्र लकड़ा शामिल नहीं हैं। देविंदर वाल्मिकी और ललित उपाध्याय दो अन्य खिलाड़ी हैं जिन्हें टीम में नहीं चुना गया है। श्रीजेश की जगह टीम में आकाश अनिल चिकटे को लिया गया है जबकि एस.के. उथप्पा और स्ट्राइकर मंदीप सिंह और निक्किन थिमया ने वापसी की है। इनके अलावा सुरेंदर सिंह, हरमनप्रीत सिंह और हरजीत सिंह टीम में अन्य नए चेहरे हैं। छह से 16 अप्रैल तक चलने वाले अजलान शाह कप में फारवर्ड एस.वी. सुनील को सरदार के साथ उप कप्तान बनाया गया है।
हाकी इंडिया चयन समिति के अध्यक्ष बीपी गोविंदा ने साफ किया कि ये बदलाव थकान को दूर करने और खिलाडि़यों को रियो ओलंपिक से पहले आराम देने के लिए किए गए हैं। भारत के अलावा न्यूजीलैंड, 2012 ओलंपिक कांस्य पदकधारी आस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, जापान, कनाडा और मेजबान मलेशिया इस सालाना टूर्नामेंट में भाग लेंगे।
कप्तान सरदार सिंह ने कहा, भारत का सुल्तान अजलान शाह कप में रिकार्ड अच्छा है और हम इसे कायम रखना चाहेंगे। ओलंपिक वर्ष होने के नाते यह टूर्नामेंट काफी अहमियत रखता है क्योंकि इससे हमें पता चलेगा कि हमारी टीम कैसी है। आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान तथा मेजबान मलेशिया जैसी टीमों के खिलाफ हमें कड़ी प्रतियोगिता में खेलने का मौका मिलेगा। यह हमारे लिए नई चीजें और नए संयोजन आजमाने का अच्छा मौका होगा। भारत का सुल्तान अजलान शाह कप में सफर शानदार रहा है। उसने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में पांच बार 1985, 1991, 1995, 2009 और 2010 में खिताब जीता है जबकि छह मौकों पर कांस्य पदक और एक बार 2008 में रजत पदक हासिल किया।
टीम इस प्रकार है :
गोलकीपर : हरजोत सिंह, आकाश अनील चिकटे
डिफेंडर : रूपिंदर पाल सिंह, जसजीत सिंह कुलार, कोठाजीत सिंह, सुरेंदर सिंह, हरमनप्रीत सिंह
मिडफील्डर : दानिश मुज्तबा, चिंगलेनसाना सिंह, मनप्रीत सिंह, सरदार सिंह, एस.के. उथप्पा, हरजीत सिंह
फारवर्ड : तलविंदर सिंह, मंदीप सिंह, एस.वी. सुनील, रमनदीप सिंह, निक्किन थिमया।