ओलंपिक में पदकों की हैट्रिक लगाने का मनु भाकर का सपना शनिवार को यहां 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल में कांस्य पदक के लिए हंगरी की खिलाड़ी से शूट ऑफ में पिछड़ने के बाद पूरा नहीं हो सका। आठ निशानेबाजों के करीबी फाइनल में मनु ने अपना सब कुछ झोंक दिया और कुछ समय के लिए शीर्ष स्थान पर भी रही लेकिन अपनी निरंतरता बरकरार नहीं रख सकीं।
इस 22 साल की खिलाड़ी ने हालांकि महिला 10 मीटर एयर पिस्टल और मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर दो कांस्य पदक जीत कर पहले ही इतिहास रच दिया है। वह एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय है।
मनु पांच-पांच निशाने के 10 सीरीज के फाइनल में शुरुआती आठ सीरीज के बाद 28 अंक के साथ हंगरी की वेरोनिका मेजर के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर थी। इसके बाद शूट ऑफ में मनु पांच में से तीन निशाना ही लगा सकी जबकि मेजर ने चार सटीक निशाने के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया।
मनु की शानदार लय को देखते हुए, उनके पदकों की हैट्रिक लगाने की उम्मीदें बहुत अधिक थीं। फाइनल की शुरुआत में छठे स्थान पर खिसकने के बाद भी वह वापसी करने में सफल रही। मनु की शुरुआत बेहद खराब रही वह शुरुआती सीरीज में पांच में से तीन निशाना चूक गयी। इसके बाद दो सीरीज में चार-चार निशाने के साथ उन्होंने वापसी की।
चौथा सीरीज से एलिमिनेशन चरण शुरू हुआ। मनु सातवें चरण (एलिमिनेशन का चौथा चरण) में कुछ समय के लिए तालिका में शीर्ष पर पहुंची। दक्षिण कोरिया की जिन यांग ने आठवें दौर में शीर्ष स्थान पर फिर से वापसी की जबकि दूसरे स्थान पर काबिज मनु पांच में से दो निशाना चूकने के बाद वेरोनिका के साथ तीसरे स्थान पर खिसक गयी।
वह शूटऑफ में अपनी लय जारी नहीं रख सकी और करीबी अंतर से कांस्य पदक से चूक कर जयदीप करमाकर (पुरुषों की 50 मीटर राइफल प्रोन, 2012 लंदन), अभिनव बिंद्रा (पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल, 2016 रियो) और अर्जुन बबूता (10 मीटर एयर राइफल, 2024 पेरिस ओलंपिक) जैसे निशानेबाजों की सूची में शामिल हो गयी।
मनु ने स्पर्धा के बाद कहा कि उन पर तीसरा पदक जीतने का दबाव नहीं था और वह इसकी भरपाई अगले ओलंपिक खेलों में करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि मैं दबाव में थी क्योंकि जैसे ही मेरा पिछला मैच समाप्त हुआ तो मेरे कोच ने कहा कि इतिहास इतिहास होता है और अब वर्तमान में जियो। तुम बाद में मनन कर सकती हो कि यह सब कुछ कैसे हुआ।’’
मनु ने पत्रकारों से कहा,‘‘जसपाल (राणा) सर मुझे वर्तमान में बनाए रखते हैं। मुझ पर तीसरा पदक जीतने का कोई दबाव नहीं था लेकिन मैं निश्चित रूप से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहती थी।’’ उन्होंने कहा,‘‘चौथा स्थान हासिल करना निश्चित रूप से बहुत अच्छा नहीं लगता लेकिन अगली बार निश्चित तौर पर परिणाम मेरे अनुकूल होगा। अब मेरे पास दो पदक हैं और अगली बार अच्छा प्रदर्शन करने के लिए ढेर सारी प्रेरणा है।’’
इस स्पर्धा का स्वर्ण यांग और रजत फ्रांस की जेद्रजेजेव्स्की केमिली ने जीता। दोनों निशानेबाज 10 सीरीज के बाद 37-37 अंक की बराबरी पर थे लेकिन शूटऑफ में यांग ने स्थानीय निशानेबाज को पछाड़ दिया। इससे पहले मनु शुक्रवार को प्रिसिजन में 294 और रैपिड में 296 अंक के साथ कुल 590 अंक जुटाकर क्वालीफिकेशन में दूसरा स्थान हासिल करते हुए फाइनल में प्रवेश किया था।
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महेश्वरी महिला स्कीट में फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में, अनंतजीत पुरुष वर्ग में बाहर
भारतीय निशानेबाज महेश्वरी चौहान महिला स्कीट स्पर्धा के क्वालीफिकेशन के पहले दिन आठवें स्थान के साथ फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में बनी हुई हैं जबकि अनंतजीत सिंह नरूका लगातार दूसरे दिन खराब प्रदर्शन के बाद पुरुष स्कीट स्पर्धा से बाहर हो गए।
महेश्वरी 25-25 शॉट की तीन सीरीज में 23, 24 और 24 अंक से कुल 71 अंक बनाकर पहले दिन के क्वालीफिकेशन दौर के बाद आठवें पायदान पर हैं और शीर्ष छह निशानेबाजों के फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में बनी हुई हैं। महेश्वरी ने पहली सीरीज में दो निशाने चूके लेकिन अगली दो सीरीज में सिर्फ एक-एक निशाना चूककर वापसी की।
इस स्पर्धा में हिस्सा ले रही एक अन्य भारतीय रेजा ढिल्लों 21, 22 और 23 अंक से 66 अंक जुटाकर 29 निशानेबाजों के बीच 25वें स्थान पर चल रही हैं और उनकी फाइनल में जगह बनाने की संभावना बेहद कम हैं।
पांच सीरीज के क्वालीफिकेशन की अंतिम दो सीरीज रविवार को होंगी।
दूसरी तरफ पुरुष स्कीट में शनिवार को क्वालीफिकेशन की अंतिम दो सीरीज हुई। अनंतजीत 25-25 शॉट की पांच सीरीज में 23, 22, 23, 24, 24 अंक से कुल 116 अंक जुटाकर 30 निशानेबाजों में 24वें स्थान पर रहे। शीर्ष छह निशानेबाजों ने फाइनल में जगह बनाई।
अमेरिका के कोनर लिन प्रिंस, चीनी ताइपे के मेंग युआन ली और इटली के तमारो कसांद्रो ने 125 अंक में से समान 124 अंक जुटाए। शूट ऑफ के बाद इन तीनों ने क्वालीफिकेशन में क्रमश: पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।