क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने के धुर समर्थक रहे दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने रविवार को कहा कि क्रिकेटर इन खेलों का हिस्सा बनने को लेकर बेहद उत्साहित हैं और उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े खेल महाकुंभ में प्रतिस्पर्धा करने को लेकर ‘‘ड्रेसिंग रूम में गंभीर बातचीत’’ सुनी है।
पूर्व भारतीय कप्तान और कोच द्रविड़ ने कहा,‘‘ मैंने इस संबंध में ड्रेसिंग रूम में गंभीर बातचीत सुनी है। लोग 2026 में होने वाले टी20 विश्व कप और 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप के साथ 2028 के ओलंपिक खेलों के बारे में भी चर्चा कर रहे हैं। मैंने उन्हें यह कहते सुना है कि 2028 में ओलंपिक है।’’
यहां इंडिया हाउस में चर्चा के दौरान इस महान बल्लेबाज के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के सीईओ ज्योफ एलार्डिस भी मौजूद थे। द्रविड़ ने उम्मीद जताई के चार साल बाद होने वाले ओलंपिक खेलों में भारत महिला और पुरुष दोनों वर्ग में स्वर्ण पदक जीतेगा।
उन्होंने कहा,‘‘हम ओलंपिक देखते हुए बड़े हुए हैं। हमने कार्ल लुईस को स्वर्ण पदक जीतते हुए देखा है। महान खिलाड़ियों को प्रदर्शन करते हुए देखा है। आप हमेशा इस तरह के महान आयोजनों का हिस्सा बनना चाहते हैं। यह वास्तव में सपना सच होने जैसा है।’’
द्रविड़ ने कहा,‘‘ मेरे लिए एक शानदार क्रिकेट टूर्नामेंट का सपना है। मुझे उम्मीद है कि भारत की पुरुष और महिला टीम स्वर्ण पदक जीतेगी। लेकिन मैं इससे भी अधिक यहां मौजूद प्रत्येक के लिए कामना करता हूं। इतने सारे भारतीय प्रशंसक लॉस एंजिल्स आकर क्रिकेट का समर्थन कर सकेंगे और बाकी दुनिया को दिखा सकेंगे कि क्रिकेट कितना बड़ा और महान खेल है।’’
भारत की टी20 विश्व कप में जीत के बाद मुख्य कोच का पद छोड़ने वाले द्रविड़ में मजाकिया अंदाज में कहा,‘‘दुर्भाग्य से मैं खेलों में नहीं खेल पाऊंगा, लेकिन मैं किसी न किसी क्षमता में वहां मौजूद रहने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा। अगर कुछ और नहीं, तो मैं मीडियाकर्मी के रूप में वहां रहने की कोशिश करूंगा।’’
द्रविड़ ने इसके साथ ही टी20 विश्व कप के दौरान अमेरिका में सुबह मैच खेले जाने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि इसमें किसी तरह की दिक्कत नहीं थी।
उन्होंने कहा,‘‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता कि सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर शुरुआत करना मेरे लिए कोई समस्या थी। हम मनोरंजन व्यवसाय में हैं, जो उन लोगों की जरूरतों को पूरा करता है जो खेल देखना चाहते हैं। मुझे इससे बिल्कुल कोई समस्या नहीं थी।’’