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ओलंपिक: दुनिया की नंबर दो खिलाड़ी को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचीं पी वी सिंधू

दो बार विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन स्टार पी वी सिंधू ने लंदन ओलंपिक की रजत पदक विजेता वांग यिहान को हराकर रियो ओलंपिक के महिला एकल सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। सिंधू अब पदक से सिर्फ एक जीत दूर हैं।
ओलंपिक: दुनिया की नंबर दो खिलाड़ी को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचीं पी वी सिंधू

इस मैच से पहले सिंधू का दुनिया की दूसरे नंबर की चीनी खिलाड़ी यिहान के खिलाफ रिकॉर्ड 2 -4 का था। उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाते हुए 54 मिनट तक चले मुकाबले में 22-20, 21-19 से जीत दर्ज की। इस यादगार जीत से सिंधू ओलंपिक सेमीफाइनल में पहुंचने वाली दूसरी भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बन गईं। इससे पहले लंदन ओलंपिक में साइना ने यह कारनामा किया था। करीब एक घंटे तक चले बेहद रोमांचक मुकाबले में दोनों खिलाड़ियों ने कई तेज रफ्तार रैलियां लगाई। शानदार स्ट्रोक्स भी लगाए गए और एक दूसरे पर हावी होने की पूरी कोशिश की गई। पहला गेम 29 मिनट तक चला जिसमें वांग ने 3 -0 की बढ़त बना ली थी। सिंधू ने जल्द ही स्कोर 5-5 से बराबर किया। ब्रेक तक वांग ने 11-8 की बढ़त बना ली थी। पिछले साल डेनमार्क ओपन में वांग को हराने वाली सिंधू ने लगातार तीन अंक बनाकर स्कोर 11-12 कर दिया लेकिन इसके बाद अगले ही पल उसकी शटल बेसलाइन में रह गई। सिंधू ने फिर 13-13 से बराबरी की जब वांग का शाट कोर्ट के बाहर चला गया।

सिंधू ने इसके बाद वांग को बैक कॉर्नर पर जाने को मजबूर किया और फिर नेट के आगे लेकर आई। उसने रिवर्स एंगल से कुछ बेहतरीन शॉट खेलकर वांग पर दबाव बनाया और बढ़त कायम कर ली। सिंधू ने 18-18 के स्कोर पर वीडियो रेफरल जीता और दो अहम अंक बनाए। इसके बाद लंबी चली रैली के साथ वांग ने फोरहैंड रिटर्न लगाकर बढ़त बना लिया। सिंधू ने क्रॉसकोर्ट रिटर्न पर अगला अंक बनाया और फिर वांग की गलती का फायदा उठाकर गेम जीत लिया। स्टेडियम में गूंजती, ‘जीतेगा भई जीतेगा इंडिया जीतेगा’ की आवाज के बीच सिंधू ने दूसरे गेम में 8-3 की बढ़त बना ली। दूसरे गेम में गलती की कोई गुंजाइश नहीं थी। वांग अपनी गलतियों पर काबू नहीं रख सकी और सिंधू ने यह यादगार मुकाबला जीत लिया।

अपनी जीत से गदगद सिंधू ने इसे अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से एक करार दिया और उम्मीद जताई कि वह रियो ओलंपिक सेमीफाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ इस लय को कायम रख सकेंगी। सिंधू ने कहा, यह रियो ओलंपिक है और यह सर्वश्रेष्ठ पलों में से है। उम्मीद है कि ऐसे कई और पल आएंगे। इस मुश्किल दौर में भारत के लिए पदक जीतने के दबाव के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, मैं सिर्फ खेल के बारे में सोच रही थी। यदि आप अच्छा खेलते हैं तो पदक खुद ब खुद मिलेंगे। मैं सिर्फ अपने अगले मैच पर फोकस कर रही हूं। उम्मीद है कि अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकूंगी। सिंधू की शानदार जीत पर भारत के राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपींचद ने कहा, वांग यिहान के खिलाफ जीत अच्छा था लेकिन मेरे अनुसार और बेहतर कर सकती है। कुछ क्षेत्रों में सुधार की गुंजाइश है। 

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