आईपीएल टीम मालिकों की बुधवार को बीसीसीआई अधिकारियों से मुलाकात के दौरान मेगा नीलामी से लेकर इंपैक्ट खिलाड़ी नियम तक के मुद्दों पर राय बंटी हुई थी। अगले साल टी20 लीग के 18वें सत्र से पहले होने वाली मेगा नीलामी के साथ, बीसीसीआई ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अपने मुख्यालय में एक बैठक बुलाई थी।
बैठक के बाद यहां जारी विज्ञप्ति में बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने बुधवार को आईपीएल के आगामी सत्र से संबंधित विभिन्न विषयों पर 10 फ्रेंचाइजी के मालिकों के साथ एक रचनात्मक बातचीत का आयोजन किया।’’
बैठक में भाग लेने वाले टीम मालिकों या सह-मालिकों में कोलकाता नाइट राइडर्स से शाहरुख खान, सनराइजर्स हैदराबाद से काव्या मारन, पंजाब किंग्स से नेस वाडिया, लखनऊ सुपर जायंट्स से संजीव गोयनका अपने बेटे शाश्वत के साथ के मौजूद थे। इसके साथ ही दिल्ली कैपिटल्स पार्थ जिंदल भी मौजूद थे।
राजस्थान रॉयल्स से मनोज बडाले और रंजीत बारठाकुर, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से प्रथमेश मिश्रा, चेन्नई सुपर किंग्स से काशी विश्वनाथन और रूपा गुरुनाथ, गुजरात टाइटन्स से अमित सोनी जबकि मुंबई इंडियंस के मालिक इसमें ऑनलाइन शामिल हुए।
वाडिया और शाहरुख के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस हुई कि मेगा नीलामी होनी चाहिए या नहीं। दिल्ली कैपिटल्स के मालिक जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के निदेशक पार्थ जिंदल ने कहा कि बैठक से ‘कोई वास्तविक नतीजा नहीं निकला’ क्योंकि टीमें चर्चा किए गए सभी मामलों पर अपनी राय पर कायम रहीं।
जिंदल ने कहा, ‘‘ कोई वास्तविक परिणाम नहीं निकला। यह सिर्फ सभी मालिकों से अलग-अलग दृष्टिकोण सुनने के लिए था और बीसीसीआई ने हमारी बात सुनी है और अब वे हमें सभी नियम बताएंगे। उम्मीद है कि अगस्त के अंत तक हमें अगले सत्र के नियम पता चल जाएंगे।’’