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अखण्ड ज्योति आई हॉस्पीटल: आउटलुक बिजनेस मैगज़ीन द्वारा विज़नरी लीडर्स अवॉर्ड 2023

पूर्वी भारत के सबसे बड़े नेत्र अस्पताल के रूप में, अखण्ड ज्योति आई हॉस्पीटल, आँखों की पूरी देखभाल से...
अखण्ड ज्योति आई हॉस्पीटल: आउटलुक बिजनेस मैगज़ीन द्वारा विज़नरी लीडर्स अवॉर्ड 2023

पूर्वी भारत के सबसे बड़े नेत्र अस्पताल के रूप में, अखण्ड ज्योति आई हॉस्पीटल, आँखों की पूरी देखभाल से जुड़ी सेवाएँ प्रदान करने के लिए एक जाना-माना संस्थान है। यह एक प्रतिष्ठित नेत्र अस्पताल है, जो खास तौर पर आर्थिक रूप से ज़रूरतमंद पीड़ितों को आँखों की देखभाल से जुड़ी बेहतरीन गुणवत्ता वाली सेवाएँ देने के लिए लोकप्रिय है। इस अस्पताल की स्थापना करने का उद्देश्य, ऐसे क्षेत्रों में टिकाऊ, उचित मूल्य पर तथा सुलभ नेत्र उपचार की बढ़ती ज़रूरत को पूरा करना था, जहाँ इस तरह की सुविधाएँ पहले उपलब्ध नहीं थीं।

इस अस्पताल में ऐसी अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाएं मौजूद हैं जिनकी मदद से आँखों से जुड़ी सभी प्रकार की परेशानियों और बीमारियों के लिए निदान, शल्य चिकित्सा या सर्जरी और इलाज से जुड़ी सहायता प्रदान की जा सकती है। अस्पताल में अनुभवी, सक्षम और कुशल नेत्र रोग विशेषज्ञों, ऑप्टोमेट्रिस्ट, और सहायक कर्मचारियों की कई टीम है जो हर रोगी की अपनेपन और सौहार्द के साथ देखभाल करने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं।

अखण्ड ज्योति आई हॉस्पीटल में, मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, अपवर्तन दोष, कॉर्निया से जुड़ी बीमारियों और बाल नेत्र विकारों के साथ ही, आँखों की कई अन्य समस्याओं के सफल इलाज करने का अपना ट्रैक रिकॉर्ड है। यह अस्पताल अपने मरीज़ों के सबसे बेहतर संभव उपचार को सुनिश्चित करने के लिए, कड़े नियमों का पालन करने के साथ, गुणवत्ता और सुरक्षा बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है।

अखण्ड ज्योति ने क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर, नेत्र देखभाल के क्षेत्र में अपने असाधारण काम के लिए प्रसिद्धि और प्रशंसा कमाई है। नेत्र देखभाल के क्षेत्र में उत्कृष्टता के प्रति समर्पण की भावना रखते हुए, इस अस्पताल ने बहुत से व्यक्तियों की आँखों की रोशनी वापस लाने या इसमें सुधार करके उनके जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। इससे उनकी आजीविका कमाने के साधन बेहतर हुए और उनके पूरे जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।

यह पुरस्कार इस संगठन के इस विश्वास को मज़बूत बनाता है कि इसकी अपनी सोच और प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं। साथ ही, यह पुरस्कार एक प्रकार से इस बात को दर्शाता है कि प्रेस और व्यावसायिक समुदाय भी अखण्ड ज्योति द्वारा कम आय वाले क्षेत्रों में उपचार योग्य अंधेपन की समस्या को दूर करने के लिए किए जाने वाले दमदार काम को स्वीकार करते हैं।

अखण्ड ज्योति आई हॉस्पीटल, अपने अंधापन उन्मूलन कार्यक्रम के माध्यम से, उपचार के योग्य अंधेपन में सुधार करने और मोतियाबिंद की मुफ़्त सर्जरी की सेवा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका संचालन अस्पताल द्वारा व्यावसायिक रूप से कुशल ऑप्टोमेट्रिस्ट के रूप में प्रशिक्षित ग्रामीण लड़कियाँ करती हैं। संगठन के व्यापक आउटरीच प्रयास के माध्यम से, बिहार और उत्तर प्रदेश के दूरदराज़ के स्थानों, अंदरूनी गाँवों और ग्रामीण इलाकों में 5,000 से अधिक नेत्र-जाँच शिविर आयोजित किए जाते हैं। इन शिविरों में समर्पित आउटरीच टीमों और विज़न वैन की मदद से सेवा और सहायता प्रदान की जाती है। इन शिविरों की मदद से, अस्पताल द्वारा लगभग 700,000 मरीज़ों की जाँच की जाती है, जिसमें गाँव के स्कूलों और आँगनवाड़ी केंद्रों के साथ ही, इसके 5 अस्पताल और 33 विज़न सेंटर भी शामिल हैं। इस व्यापक स्क्रीनिंग की मदद से आँखों की रोशनी की बहाली के लिए सर्जरी की ज़रूरत वाले व्यक्तियों की पहचान की जाती है, जिसके बाद अखण्ड ज्योति सालाना 90,000 से अधिक सर्जरी करता है, जिनमें से 80% ज़रूरतमंद रोगियों को मुफ़्त सेवा प्रदान की जाती हैं।

 

अखण्ड ज्योति की एक और उल्लेखनीय पहल के रूप में, 'फ़ुटबॉल टू आईबॉल' कार्यक्रम के तहत ग्रामीण लड़कियों की शिक्षा, कौशल, रोजगार और सशक्तिकरण की पहल आती है। इस कार्यक्रम के तहत, अस्पताल ऐसी ग्रामीण ज़रूरतमंद लड़कियों की पहचान करता है जिन्होंने अपनी 10वीं कक्षा की परीक्षा पूरी कर ली है। इसके बाद, इन बालिकाओं का 6 वर्ष के फ़ुल-टाइम रेज़िडेंशियल इंटरवेंशन प्रोग्राम में दाखिला किया जाता है। पहले 2 वर्षों के लिए, उन्हें फ़ुटबॉल खेलकर आत्मविश्वास-निर्माण का प्रशिक्षण दिया जाता है। यह न केवल लैंगिक भेदभाव को दूर करने में मदद करता है, बल्कि लड़कियों को मज़बूत भी बनाता है। इस अवधि के दौरान, लड़कियों को अंग्रेज़ी, गणित और विज्ञान जैसे विषयों में बेहतरीन शैक्षणिक ट्यूशन भी दिया जाता है। अपनी 12वीं कक्षा की परीक्षा पूरी करने के बाद, उन्हें जाने-माने आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी से ऑप्टोमेट्री में 4 साल का डिग्री कोर्स करने का अवसर दिया जाता है। लड़कियाँ अपने अगले 4 साल अखण्ड ज्योति में व्यावसायिक रूप से कुशल ऑप्टोमेट्रिस्ट बनते हुए बिताती हैं।

शिक्षा पाने के साथ ही, ये लड़कियां बिहार के मस्तीचक गांव में अखण्ड ज्योति के बेस अस्पताल में इंटर्नशिप करते हुए व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करती हैं। वे विज़िटिंग फ़ैकल्टी, अनुभवी इन-हाउस चिकित्सकों और समर्पित शिक्षकों से सीखती हैं। यह खास कार्यक्रम पूरा होने पर 100% रोज़गार की गारंटी देता है, जहां कई लड़कियां ऑप्टोमेट्रिस्ट बनने के बाद भी फ़ुटबॉल खेलना जारी रखती हैं। कुछ लड़कियां ऑप्टोमेट्री में मास्टर्स, बी.बी.ए. और एम.बी.ए. जैसी उच्च शिक्षा पाने चली जाती हैं। इस कार्यक्रम का लक्ष्य, आत्मविश्वास से भरी, सशक्त और स्वतंत्र महिलाओं का निर्माण करते हुए ऐसे सामाजिक परिवर्तन लाने वाले एजेंट भी बनाना है जो दूसरों को प्रेरित करें और सामाजिक बुराइयों को दूर कर सकें।

अखण्ड ज्योति आई हॉस्पीटल को ग्रामीण क्षेत्रों में मुफ़्त मोतियाबिंद सर्जरी की ज़रूरत वाले व्यक्तियों तक पहुँचने और उनकी पहचान करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। यह संगठन इस चुनौती से निपटने के लिए एक व्यापक आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करता है। आउटरीच के दौरान, इससे जुड़ी टीमें उन दूरदराज के इलाकों में सावधानी से निरीक्षण करती हैं जहाँ सीमित बुनियादी सुविधाएँ ही उपलब्ध हैं। नेत्र जाँच शिविर आयोजित करने से पहले, इससे संबंधित एक निर्धारित क्षेत्र में पर्चा वितरण, सार्वजनिक घोषणाएं और घर-घर जाकर प्रचार किया जाता है। मोतियाबिंद सर्जरी के लिए पहचाने गए मरीज़ों को सबसे पास के सर्जिकल सेंटर में ले जाया जाता है, और ऑपरेशन के बाद, उन्हें उनके गांवों में वापस भेज दिया जाता है। ऑपरेशन किये गये मरीज़ अखण्ड ज्योति के ब्रांड एंबेसडर की भूमिका अपना लेते हैं और हमारे प्रयासों के बारे में सकारात्मक प्रचार करते हैं।

अपने प्रयासों से अधिकतम पहुँच और प्रभाव पैदा करने के लिए, अखण्ड ज्योति, स्थानीय समुदायों और सरकारी संगठनों के साथ मिलकर काम करती है। यह संगठन समाज में व्यापक प्रभाव पैदा करने के लिए, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य सरकारी निकायों के साथ सक्रिय रूप से जुड़कर काम करता है। अखण्ड ज्योति की आसपास के इलाकों में उपस्थिति, जहाँ दूरदराज के स्थानों में इसके कई अस्पताल और दृष्टि केंद्र मौजूद हैं, समर्पित आउटरीच कार्यकर्ताओं की टीम और गाँव के स्तर पर स्वयंसेवकों की मदद से अखण्ड ज्योति ने उन समुदायों का भी विश्वास जीता है, जहाँ ये अपनी सेवाएँ देती है। इसके साथ ही, यह अस्पताल स्कूल स्क्रीनिंग का आयोजन करता है, जहाँ बच्चों पर ध्यान दिया जाता है और कम उम्र में दृष्टि दोष की पहचान की जाती है, जो कि समय पर इलाज करने की सुविधा देता है और बच्चों की बेहतर शिक्षा को सुनिश्चित करने में मदद करता है।

कुल मिलाकर, अखण्ड ज्योति आई हॉस्पीटल की पहल और इनके कार्यक्रम, इलाज किए जा सकने वाले अंधेपन को दूर करने और मुफ़्त मोतियाबिंद सर्जरी करने से बहुत अहम बदलाव ला रहे हैं। अपने आउटरीच कार्यक्रमों, 'फ़ुटबॉल टू आईबॉल' कार्यक्रम और स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर काम करने से, यह संगठन न केवल आँखों की रौशनी बहाल कर रहा है, बल्कि व्यक्तियों को सशक्त बना रहा है और समाज में सकारात्मक सामाजिक बदलाव भी ला रहा है।

अधिक जानकारी के लिए, वेबसाइट www.akhandjyoti.org पर जाएं

कॉर्पोरेट कार्यालय: मस्तीचक, पोझी परसा, सारण, बिहार– 841219

किसी भी सवाल के लिए, आप [email protected] पर लिख सकते हैं

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