अपने बच्चे के भविष्य की चिंता हर अभिभावक को सताती है। अपने बच्चों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से अभिभावक बच्चे के जन्म के बाद से ही बचत करना आरंभ कर देते है लेकिन बढ़ती महंगाई के इस दौर में सिर्फ बचत करना ही पर्याप्त नहीं होता है। पिछले कुछ सालों में शिक्षा की लागत बढ़ती जा रही है। ऐसे में अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा प्रदान करने की चाह माता-पिता पर आर्थिक भार बढ़ा सकती है। यदि सही समय पर आप बाल निवेश योजनाओं (चाइल्ड प्लान्स ) में निवेश करना आरंभ कर देते है तो बिना किसी चिंता के आप अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा का इंतजाम कर पाएंगे। कुछ अभिभावक बच्चों के लिए महत्वाकांक्षी शैक्षिक योजनाओं को वित्तपोषित करने के लिए अपनी व्यक्तिगत वित्तीय स्थिरता को खतरे में डाल देते हैं या फिर बैंक से शिक्षा ऋण लेते है। इसके बजाय आप चाइल्ड प्लान्स में निवेश करने का विकल्प भी चुन सकते है। चाइल्ड प्लान बच्चे को जीवन के विभिन्न पड़ाव पर आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है।
निवेश को लेकर रणनीति करें तैयार
बच्चे के सुरक्षित भविष्य के लिए आपको निवेश की एक विशेष रणनीति तैयार करनी चाहिए। आपका बच्चा क्या कोर्स करना चाहता है एवं उसकी लागत कितनी होगी, ऐसे निश्चित लक्ष्यों की एक सूची तैयार कीजिए। इससे यह निर्धारित करने में मदद मिलेगी कि आपको हर महीने कितनी बचत करने की आवश्यकता है? यह भी आंकलन करें कि आप अपने सभी नियमित खर्चों को पूरा करने के बाद कितनी राशि वहन करने में सक्षम है? इसके लिए आप एक चाइल्ड प्लान कैलकुलेटर का उपयोग भी कर सकते हैं। अपने बच्चे की शिक्षा के लिए बचत करने का मतलब स्वास्थ्य देखभाल और सेवानिवृत्ति जैसे अन्य पहलुओं में कटौती करना नहीं है। जैसे-जैसे वित्तीय लक्ष्य करीब आता है, बाजार के प्रतिकूल उतार-चढ़ाव के जोखिम को कम करने के लिए इक्विटी जोखिम को कम करने की सलाह दी जाती है।
मुद्रास्फीति दर का रखें ध्यान
भारत में चाइल्ड प्लान्स का सही चयन करने के लिए निवेश योजनाओं की चयन प्रक्रिया में मुद्रास्फीति की दर को ध्यान में रखना चाहिए। मुद्रास्फीति के परिणामस्वरूप हर साल शिक्षा की लागत में उल्लेखनीय वृद्धि होती है। आम तौर पर, शिक्षा का खर्च महंगाई दर की तुलना में तेजी से बढ़ता है। इसलिए, यह आवश्यक है कि आप अपने बच्चों की शिक्षा के लिए जल्दी से बचत करना शुरू कर दें और सभी कारकों पर अच्छे से विचार करें यदि आपका बच्चा विदेश में पढ़ाई करना चाहता है, तो आपको विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव पर भी विचार करना होगा। आप एक सतत निवेश रणनीति के माध्यम से इन सभी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे पारंपरिक तरीके आपके बच्चे की शिक्षा के खर्चों को पूरा करने के लिए अपर्याप्त हो सकते हैं। इसलिए आपको चाइल्ड प्लांस के माध्यम से इक्विटी फंड, बैलेंस्ड फंड और डेट फंड आदि में निवेश करने पर विचार करना चाहिए।
अपने बच्चे को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए निवेश के निम्नलिखित विकल्पों पर विचार कर सकते है।
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#यदि आपके बच्चे को पांच साल की अवधि के भीतर बड़ी धनराशि की आवश्यकता है, तो ऐसे में आप डेट म्यूचुअल फंड में निवेश करने का विकल्प चुन सकते है। यह फंड ऐसे रिटर्न देने में सक्षम होते हैं जो लिक्विडिटी की पेशकश करते हुए मुद्रास्फीति के अनुपात से अधिक होते हैं।
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#यदि आपका लक्ष्य लंबी अवधि के लिए निवेश करना है तो आप कई जगहों पर निवेश कर सकते है। एक सही चाइल्ड प्लान के साथ ही आप डेट, इक्विटी और गोल्ड में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं। शेयर बाजार में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है। हालाँकि, इक्विटी लंबी अवधि में उच्च प्रतिफल( रिटर्न) अर्जित करने का अवसर मिलता हैं।
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#सार्वजनिक भविष्य निधि (पब्लिक प्रोविडेंट फंड-पीपीएफ) भी बच्चों की शिक्षा के लिए सबसे अच्छी निवेश योजनाओं में से एक है। हालाँकि, आपको इसे जल्दी शुरू करना चाहिए और एक बड़ा कोष बनाने के लिए लगातार निवेश करना चाहिए।
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#कई बीमा कंपनियां बच्चों पर केंद्रित विभिन्न निवेश योजनाओं की पेशकश करती हैं। आप उन नीतियों का विकल्प चुन सकते हैं जो तब परिपक्व (मैच्योर) होती हैं जब आपके बच्चे को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए धन की आवश्यकता होती है।
विभिन्न यजनाओं में निवेश के साथ ही आपको बच्चों में बचत की आदत भी डालना चाहिए। बच्चों को वित्तीय नियोजन की मूल बातें सिखानी चाहियें। जब भी आप अपने बच्चे के लिए किसी चाइल्ड प्लान में निवेश करने का निर्णय लें तो नियम एवं शर्तों को ध्यान से पढ़े। अपनी आवश्यकताओं और आर्थिक क्षमताओं के आधार पर ही चाइल्ड प्लान में निवेश करें। सही समय चाइल्ड प्लान में किया गया निवेश आपके बच्चे को उसके सपने साकार करने में सहायता करता है। आप चाहे तो निवेश करने से पूर्व किसी वित्तीय नियोजक से सलाह भी ले सकते है। इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर आप अपने बच्चे को एक सुखद भविष्य प्रदान कर सकते है।