गांधीनगर 05 अगस्त : मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने सोमवार को गांधीनगर में आंगनवाड़ी के बच्चों के साथ पौधे लगाकर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत समग्र राज्य की 53,065 आंगनवाड़ियों में पौधरोपण के अभिनव प्रयोग का शुभारंभ किया।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में विश्व पर्यावरण दिवस पर देशवासियों से पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के माध्यम से ग्लोबल वॉर्मिंग की चुनौतियों से निपटने के लिए पौधे लगाने और उसकी देखभाल के लिए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान चलाने का आह्वान किया है।
इस अभियान के पीछे प्रधानमंत्री का आशय यह है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी मां की स्मृति में या अपनी माता के साथ मिलकर एक पौधा लगाए और धरती माता के पर्यावरण की रक्षा करे और ग्रीन कवर में वृद्धि को बढ़ाए।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने प्रधानमंत्री के इस पर्यावरण प्रिय विचार को साकार करने के लिए गुजरात में इस अभियान के तहत वन विभाग एवं संबंधित विभागों के जरिए आगामी सितंबर-2024 तक 12.20 करोड़ एवं मार्च-2025 तक 17 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री ने राज्य की आंगनवाड़ियों के नन्हे बच्चों में बचपन से ही पर्यावरण संरक्षण, वृक्ष प्रेम और पौधों की देखभाल एवं संवर्धन की आदत विकसित करने के लिए पर्यावरण संरक्षण उन्मुख दृष्टिकोण अपनाया है।
मुख्यमंत्री ने इस उद्देश्य से महिला एवं बाल कल्याण विभाग को राज्य की 53,065 आंगनवाड़ियों में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत बड़े पैमाने पर पौधरोपण करने की प्रेरणा दी थी।
तदअनुसार, मुख्यमंत्री ने श्रावण महीने के पहले दिन गांधीनगर के सेक्टर-3 ए स्थित आंगनवाड़ी में बच्चों के साथ पौधे लगाकर इस राज्यव्यापी अभियान की शुरुआत की।
‘एक पेड़ मां के नाम’ के अंतर्गत शुरू किए गए इस अभियान के तहत राज्य की सभी आंगनवाड़ियों में कुल मिलाकर 3.15 लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ी के बच्चों के साथ स्नेहपूर्वक बातचीत की। उन्होंने फलदार पौधों का वितरण भी किया और टेक होम राशन से बने व्यंजनों का निदर्शन बड़ी रुचि के साथ देखा।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री श्रीमती भानुबेन बाबरिया, गांधीनगर की महापौर श्रीमती मीराबेन पटेल, विधायक श्रीमती रीटाबेन, मनपा की स्थायी समिति सहित विभिन्न समितियों के अध्यक्ष, उप महापौर और पार्षदगण, कई अग्रणी और सेक्टर में रहने वाले लोगों सहित महिला एवं बाल कल्याण सचिव श्री के.के. निराला, आयुक्त श्री रणजीत कुमार, निदेशक श्रीमती कुमुदबेन तथा शहर एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।