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क्रिकेट विश्व कप 2023: दस उभरते सितारे

विश्वकप के कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों पर नजर
दस ‘अनसंग हीरो’

आज देश और दुनिया में क्रिकेट का प्रेम चरम पर है। हालांकि एकदिवसीय फॉर्मेट प्रशंसकों की कमी के कारण नाजुक दौर से गुजर रहा है। सारी चर्चाओं और ऊहापोह के बीच एकदिवसीय विश्व कप 2023, फिर वही उत्साह और ऊर्जा ला रहा है। इस आयोजन में नजरें केवल खेल नहीं, बल्कि कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों पर भी हैं। ऐसे खिलाड़ी, जिनके पास स्टार खिलाड़ी का टैग नहीं है लेकिन यह विश्व कप उन्हें गुमनामी से शोहरत की बुलंदी पर पहुंचाने की कुव्वत जरूर रखता है। भारत से लेकर पाकिस्तान तक, कौन हो सकते हैं वे दस ‘अनसंग हीरो’। आइए नजर डालते हैं।

नूर अहमद, अफगानिस्तान

नूर मोहम्मद

आइपीएल 2022 में गुजरात टाइटंस की तरफ से खेलते हुए अपनी चाइनामैन गेंदबाजी का जौहर दिखाने वाले 20 वर्षीय बाएं हाथ के गेंदबाज नूर अहमद को राशिद खान का वर्जन भी कहा जा सकता है। दोनों की गति, एक्शन और दिमाग से खेलने का तरीका बहुत हद तक एक जैसा है। हालांकि, नूर अहमद फिलहाल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पैर जमाने के प्रयास हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि भारतीय सरजमीं पर अफगानिस्तान की तगड़ी टीम और नूर अहमद स्टार खिलाड़ी बनकर सामने आने का माद्दा रखते हैं।

तंजिम हसन साकिब, बांग्लादेश 

तंजिम हसन साकिब

 

तस्कीन अहमद, मुस्तफिजुर रहमान के अलावा बांग्लादेशी पेस बैटरी की जिम्मेदारी इस बार 20 वर्षीय तंजिम हसन साकिब के युवा कंधों पर होगी। एक्शन और गति, साकिब को अन्य गेंदबाजों से बेहतर बनाती है। उनका करिअर छोटा है लेकिन इस खिलाड़ी में बांग्लादेश का भविष्य दिखता है। क्रिकेट एक्सपर्ट की मानें, तो साकिब इस विश्व कप में कई टीमों को चौंका सकते हैं।

अब्दुल्लाह शफीक, पाकिस्तान

अब्दुल्लाह शफीक

पाकिस्तान की टीम की खासियत उसका अप्रत्याशित पेश करने की माद्दा है। पड़ोसी देश का क्रिकेट ब्रांड भी अन्य सभी देशों से जुदा है। अगर यही सिलसिला जारी रहा, तो विश्व क्रिकेट का परिचय भविष्य के सितारे, अब्दुल्लाह शफीक से हो सकता है। 23 साल की आयु में टेस्ट क्रिकेट में जबरदस्त खेल दिखाने वाले शफीक को तकनीकी रूप से ‘गॉड गिफ्टेड खिलाड़ी’ कहा जाता है। बतौर ओपनर, शफीक टीम को अहम विविधता और मजबूत शुरुआत प्रदान कर सकते हैं।

ईशान किशन, भारत

ईशान किशन

 

बाएं हाथ के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को ‘छोटा पैकेट बड़ा धमाका’ यूं ही नहीं कहा जाता। युवा उम्र और अनुभव के अभाव के बावजूद ईशान के पास मुश्किल परिस्थितियों में टीम का संकटमोचन बनने का गुण है। पाकिस्तान जैसी टीमों के खिलाफ उनका हालिया प्रदर्शन इस बात का समर्थन करता है। ‘टीम मैन’ कहे जाने वाले ईशान ओपनिंग के अलावा मिडिल ऑर्डर में भी अच्छा संतुलन प्रदान करते हैं। वे अब तक अपने युवा एकदिवसीय करिअर में दोहरा शतक जड़ चुके हैं।

दुनिथ वेलालागे, श्रीलंका

दुनिश वेलालागे

20 वर्ष की आयु में रंगना हेरथ जैसे बेहतरीन खिलाड़ी से तुलना, इसका मतलब दुनिथ वेलालागे ने युवा करिअर में बल्ले और विशेषकर गेंद से अच्छा नाम कमाया है। बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज वेलालागे, कप्तान दशुन शनाका के लिए तुरुप के सिक्के साबित होंगे, इसकी बहुत अधिक संभावनाएं हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाजों से भरी भारत जैसी टीमों को परेशान करने का दमखम रखने वाले युवा गेंदबाज ने अंडर 19 विश्व कप और एशिया कप से सुर्खियां बटोरी। अब इस खिलाड़ी के लिए विश्व कप, ‘रॉकेट लॉन्चर’ साबित हो सकता है।

मार्को यानसेन, दक्षिण अफ्रीका

मार्को यानसेन

 दक्षिण अफ्रीका का उभरता हुआ एक ऑल राउंडर चर्चा में है। 23 वर्षीय मार्को यानसेन टेस्ट और वनडे मैचों में अपनी प्रतिभा से सबका परिचय करा चुके हैं। उन्होंने मैच जिताऊ स्पेल भी डाले हैं और मुख्तलिफ मौकों पर विकेटों की झड़ी लगने के बाद बल्लेबाजी में भी अच्छा योगदान दिया है। भारत में आईपीएल खेलने का अनुभव भी यानसेन का खुद पर विश्वास बढ़ाएगा। भारतीय पिचें उन्हें पसंद आएंगी, इसकी उम्मीद की जा सकती है।

शॉन एबॉट, ऑस्ट्रेलिया

शॉन एबॉट

कम चर्चित नाम मगर अच्छा काम। 31 वर्षीय शॉन एबॉट का हरफनमौला अंदाज उन्हें बाकी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से थोड़ा अलग करता है। तेज गति से गेंद फेंकने वाले दाएं हाथ के गेंदबाज एबॉट, बल्ले के साथ गेंद के अच्छे स्ट्राइकर भी हैं। विश्व कप से पहले घरेलू शृंखला में भारत ने उनकी क्षमता को बेहद नजदीक से देखा था। पिछले कई साल से ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह पाने को आतुर एबॉट के पास यह विश्व कप एक बेहतरीन अवसर साबित हो सकता है।

विक्रमजीत सिंह, नीदरलैंड्स

विक्रमजीत सिंह

पंजाब के चीमा खुर्द में जन्मे 20 वर्षीय विक्रमजीत सिंह के कंधों पर नीदरलैंड को अच्छी शुरुआत दिलाने का पूरा-पूरा दायित्व होगा। नीदरलैंड के लिए यह विश्व कप बड़ा मौका है क्योंकि 2011 के बाद नीदरलैंड की टीम इस बार एकदिवसीय विश्व कप का हिस्सा बनी है। अपना पहला विश्व कप खेल रहे विक्रमजीत को सधी हुई बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है। लेकिन, कई विश्व स्तरीय गेंदबाजों के सामने पहली बार खेलना उनका इम्तिहान होगा। लाजमी है कि गुमनामी के रास्तों से शोहरत की मंजिल तक पहुंचने के लिए परीक्षा देनी ही पड़ती हैं।

रचिन रवींद्र, न्यूज़ीलैंड

रचिन रवींद्र

न्यूजीलैंड के 23 वर्षीय रचिन रवींद्र बाएं हाथ के बल्लेबाज होने के अलावा एक स्पिन गेंदबाज भी हैं। रचिन ने छोटे से करिअर में अपनी प्रतिभा के जरिए सुनहरे भविष्य की राह दिखाई है। इनका नाम विश्व के महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर और राहुल द्रविड़ के नामों से प्रेरित है। क्रिकेट पंडितों का कहना है कि रचिन को ऊपरी क्रम में लगातार मौके मिलते रहे, तो वे 2011 विश्व कप में युवराज सिंह जैसा करिश्मा इस बार अपने देश के लिए दिखा सकते हैं।

गस अटकिंसन, इंग्लैंड

गस अटकिंसन

2019 (वनडे) और 2022 (टी20) में विश्व विजेता बनकर इतिहास रचने वाली इंग्लैंड की टीम, एक या दो नहीं कई सितारों से भरी है। इंग्लैंड टीम के सबसे कम अनुभवी खिलाड़ी, 25 वर्षीय गस अटकिंसन अपनी सरल गेंदबाजी एक्शन और तेज गति से बल्लेबाजों की नाक में दम कर सकते हैं। विश्व कप से कुछ समय पहले ही अपने देश के लिए पदार्पण करने वाले अटकिंसन के पास इंग्लैंड का ‘छुपा रुस्तम’ बनने का हुनर है।

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