मध्य प्रदेश में मानवता को शर्मसार करने वाले एक वाकये ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। पिछले दिनों जमीन विवाद के चलते दबंगों ने दो महिलाओं को जिंदा दफन करने की कोशिश की। यह घटना प्रदेश के बघेलखंड में रीवा जिले के थाना मनगंवा में आने वाले हनौता कोठार गांव की है। 20 जुलाई को जमीन के एक टुकड़े को लेकर दबंगों ने दो महिलाओं पर ट्रक भरकर मुरम (लाल बजरी) उड़ेल दी। इससे दोनों महिलाएं गर्दन तक धंस गई। हिम्मत कर कुछ लोग आगे आए और दोनों को बड़ी मुश्किल से निकाला। अब वे अस्पताल में हैं। कहा जा रहा है कि दोनों पक्षों में जमीन को लेकर विवाद है। दोनों ही पक्ष एक ही परिवार के हैं। विवाद लंबे समय से चला आ है। झगड़ा एक सड़क बनाने को लेकर है। अभियुक्त पक्ष जमीन के एक हिस्से में सड़क बनाना चाहता है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि जिस हिस्से पर सड़क बनाई जाना है, यह हिस्सा उसका है। यह विवाद कोर्ट में भी चल रहा है। पीड़ित महिलाओं का कहना है कि कोर्ट का जो भी फैसला आए काम उसके अनुसार ही किया जाए। लेकिन 20 जुलाई को अभियुक्त पक्ष कोर्ट का फैसला आए बिना जिद पर अड़ गया और सड़क बनाने के लिए मुरम से भरा डंपर लेकर मौके पर पहुंच गया। पीड़ित पक्ष कि दो महिलाएं, जो कि रिश्ते में देवरानी-जेठानी है, मुरम से भरे डंपर के पीछे पहुंच गईं। बहस चल ही रही थी कि डंपर के ड्राइवर ने पिछले हिस्से का गेट खोल दिया और डंपर में भरी पूरी मुरम भरभराकर दोनों महिलाओं पर गिर गरने लगा। दोनों महिलाएं कुछ समझ पातीं, मुरम में दोनों दब गईं। दोनों गर्दन तक दब गईं और बाहर निकलने के लिए चिल्लाने लगीं। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़े और फावड़े से मुरम हटाकर दोनों को बाहर निकाला गया। इसके बाद दोनों महिलाओ को रीवा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया।
इंसाफ की मांगः कांग्रेस का प्रदर्शन
मुरम से दबी दोनों महिलाओं का वीडियो देखते ही देखते सोशल मीडिया में वायरल हो गया। विपक्षी दल कांग्रेस ने इस मामले में भाजपा सरकार को घेरा और प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए। घटना के विरोध में सोमवार को रीवा कांग्रेस ने जमकर प्रदर्शन किया। सैकड़ो कांग्रेसियों ने रीवा कलेक्ट्रेट का घेराव किया और हनुमान चौराहे पर मुख्यमंत्री मोहन यादव का पुतला फूंका। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले बरसाए। प्रदेश के कई अन्य शहरो में भी घटना को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। गुना जिले में महिला कांग्रेस के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कैंट थाने में एफआइआर दर्ज की गई। पुलिस ने 18 कांग्रेसियों पर मामला दर्ज किया है। उन पर बिना अनुमति प्रदर्शन करने और पुतला दहन करने पर मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि थाना मनगंवा अंतर्गत हनौता कोठार गांव में जमीन संबंधी पारिवारिक विवाद में दो महिलाओं पर डंपर से मुरम डालने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और दो अन्य की तलाश जारी है। मध्य प्रदेश के नागरिकों, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उनके खिलाफ किसी भी अपराध में आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। आरोपियों को कठोर से कठोर दंड दिया जाएगा।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने दो महिलाओं को जिंदा दफनाने की कोशिश वाली मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मामले में विस्तृत रिपोर्ट भेजने के लिए राज्य के डीजीपी को पत्र भेजा है।
प्रदेश में पहले भी दबंगों के अत्याचार की घटनाएं होती रही हैं। सीधी जिले के पेशाब कांड को भला कौन भूल सकता है? रीवा से ही सटे सीधी में जुलाई 2023 में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें भाजपा से जुड़ा एक नेता एक आदिवासी शख्स पर पेशाब करता नजर आया था। उस मामले से प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया था। इस घटना के बाद प्रदेश की तत्कालीन भाजपा सरकार भी बैकफुट पर आ गई थी। इस कांड के खुलासे के बाद प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित को सीएम हाउस बुलाकर खुद उसके पैर धोए थे। इसके बाद आरोपी प्रवेश शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया था। प्रवेश शुक्ला सीधी के स्थानीय भाजपा विधायक का करीबी था।
भोपाल के सूखी सेवनियां इलाके में सिंतबर 2023 में एक दलित कोटवार को गांव के दबंगों ने बुरी तरह से पीटा था और बेहोश होने पर उसके मुंह पर पेशाब कर दी थी। प्रदेश के गुना, रीवा, सतना, डिंडोरी, धार जिलों मे भी इसी तरह की घटनाएं हुई थीं।