विष्णु देव साय की सरकार ने धान का बकाया बोनस, बढ़े हुए समर्थन मूल्य सहित किसान सम्मान निधि देकर अन्नदाताओं के चेहरे पर मुस्कुराहट ला दी है। नई सरकार के गठन के बाद से ही कृषि और किसानों के हित में लगातार फैसले लिए जा रहे हैं। साय जमीनी नेता है. यही वजह है कि वे महिलाओं से लेकर किसानों तक सभी की परेशानी को आसानी से समझ पाते हैं। हाल ही में उन्होंने कृषि बजट में 33 प्रतिशत की वृद्धि की है
बतौर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ की जन संस्कृति और अर्थव्यवस्था को प्राथमिकता में रखते हैं। उनके 1 वर्ष के कार्यकाल में यह बात स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। साय ने छत्तीसगढ़ को मजबूत और स्थायी अर्थव्यवस्था में बदलने की दिशा में कई नीतियां पेश की हैं। उनका प्रशासनिक नेतृत्व समग्र विकास, राज्य के प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग और प्रदेश के युवा, महिला और आदिवासी जनसंख्या के कल्याण पर टिका है। उनके प्रशासन का संतुलित दृष्टिकोण समृद्ध और विकसित छत्तीसगढ़ बनाने का लक्ष्य रखता है। अब तक के प्रयास, भविष्य की विविध योजनाएं और अलग-अलग स्तर पर उन योजनाओं के कुशल क्रियान्वयन की रणनीति ही सायनॉमिक्स यानी साय का सुशासन है। सरल भाषा में कहें, तो साय का इकॉनॉमिक्स यानी सायनॉमिक्स।
छत्तीसगढ़ में सायनॉमिक्स का नया दौर
20 सितंबर को राजधानी रायपुर के दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में हुए युवा उत्सव में उन्होंने कहा था कि विकसित छत्तीसगढ़ हमारा लक्ष्य है। सरकार ने अपना बजट भी वर्ष 2047 के विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्यों को देखते हुए तैयार किया है। सीएम साय के इस भाषण में भरोसा और उम्मीद की किरण थी। लोगों ने माना, छत्तीसगढ़ की व्यापक अर्थव्यवस्था और इससे बड़े वर्ग को प्रभावित करने वाली बड़ी समस्याओं से निपटने और उनके समाधान की कुशल और कारगर नीति मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पास है। एक्सपर्ट कहते हैं कि सायनॉमिक्स एक रणनीति है जिसके तहत छत्तीसगढ़ को वर्ष 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ बनाने की तैयारी है।
न बयान न पलटवार, सिर्फ काम पर नजर वाली सरकार
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की कार्यशैली लोगों में विश्वास जगाने वाली है। वे विपक्षियों, विरोधियों पर मीडिया में सुर्खियां बटोरने वाले करारे, कठोर हमलों के बजाए काम पर ध्यान केंद्रित करते हैं। उनकी कोशिश है, प्रदेश में योजनाओं का क्रियान्वयन करने वाली सारी मशीनरी सूबे के विकास, निर्माण और उन्नति पर ही ध्यान रखे। विकसित छत्तीसगढ़ की राह में किसान, युवा और महिलाओं को साय ने अपने मुख्य एजेंडे में रखा है। इसके तहत कृषि, उद्योग, रोजगार, परिवहन और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे अहम विषय साय सरकार की सबसे अहम प्राथमिकता है। सीएम साय के सायनॉमिक्स की ओर छत्तीसगढ़ की जनता भरोसे के साथ देख रही है। जनता को यह भरोसा है कि जनजातीय समाज से आने वाले उनके मुख्यमंत्री समग्रता में गांव, कस्बों, नगर के हर तबके के साधन और संसाधन के साथ संस्कृति की समझ रखते हैं। उनकी समझ किताबी नहीं बल्कि जमीनी है। वे संसाधन का सदुपयोग भी जानते हैं और संरक्षण भी। जनता के प्रचंड भरोसे पर साय खरे उतर भी रहे हैं। उनका अब तक का कार्यकाल इस बात का प्रमाण है।
2029 तक ऐसे होगी दोगुना जीडीपी
सायनॉमिक्स की प्राथमिकता में सबसे महत्वाकांक्षी लक्ष्य 2029 तक छत्तीसगढ़ के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को दोगुना करना है। राज्य की अर्थव्यवस्था को 5 लाख करोड़ से बढ़ाकर 10 लाख करोड़ करना है। इस रणनीति में औद्योगिक उत्पादन को बढ़ाना, निवेश को प्रोत्साहित करना और बुनियादी ढांचे में सुधार प्रमुख रूप से शामिल हैं। यह बात सर्वविदित है कि छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में कृषि, उद्योग और खदान प्रमुख ताकत हैं। छत्तीसगढ़ आने वाले समय में पर्यटन, प्रसंस्कृत सुपर फूड, हर्बल स्टेट, आईटी आधारित सेवाओं व एक मजबूत विकसित लॉजिस्टिक हब बनने की पूर्ण क्षमता व संभावना वाला प्रदेश है।
सायनॉमिक्स का दृष्टिकोण
. राज्य के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को दोगुना करना
. सतत विकास को बढ़ावा देना
. आर्थिक सशक्तीकरण की पहल
. बुनियादी ढांचा और कनेक्टिविटी
. किसानों और महिलाओं के लिए समर्थन