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7 जनवरी 2025 · JAN 07 , 2025

कृषक कल्याण: एक किसान, सौ मुस्कान

साय सरकार का संकल्प है कि वह हर किसान के चेहरे पर मुस्कराहट लाएगी। इसके लिए वह लगातार काम कर रही हैं, छोटे-बड़े सभी किसान उसकी प्राथमिक सूची में हैं
किसानों के हितैषी

प्रदेश में विष्णु देव साय की सरकार बनने के तुरंत बाद मोदी गारंटी और सायनॉमिक्स के तहत कृषि क्षेत्र और किसानों की समृद्धि पर कार्य शुरू किया गया। नतीजतन किसानों में खुशहाली बढ़ने के साथ  सरकार और व्यवस्था के प्रति लोगों में सकारात्मकता बढ़ी। इससे लोगों में भरोसा जागा कि साय सरकार के एजेंडे में प्रदेश में बसे किसी दूर गांव का छोटा किसान भी है और बड़ा किसान भी। साय सरकार सभी की बराबर परवाह कर रही है। इसका उदाहरण प्रदेश में 5 एकड़ के छोटे रकबे वाला किसान भी है, जो अपनी धान की एक फसल के जरिए 3 लाख 25 हजार 100 रुपये प्रति क्विंटल तक कमा रहे हैं, क्योंकि सरकार 3100 रुपये प्रति क्विंटल और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के हिसाब से  धान खरीद रही है।

48 हजार 9 सौ 40 करोड़ रुपये किसानों के खाते में

धान खरीदी के तहत 48 हजार 9 सौ 40  करोड़ रुपये किसानों तक पहुंचा चुका है। सरकार ने प्रदेश के 13 लाख किसानों के बैंक खातों में 3716 करोड़ रुपये धान बोनस के रूप में दिया है। इसके अलावा 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से धान खरीदी की गारंटी को पूरा करते हुए 32 हजार करोड़ रुपये के समर्थन मूल्य की राशि का तत्काल भुगतान किया गया है। 24 लाख 75 हजार किसानों को कृषक उन्नति योजना के जरिए अंतर की राशि 13 हजार 320 करोड़ रुपये भी दे दी गई है। इससे खेती का दायरा बढ़ा और धान का रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है। राज्य में 145 लाख मीट्रिक टन धान की रिकॉर्ड खरीदी हुई है।

किसान कल्याण पर जोर

छोटे किसान भी कमा रहे मुनाफा

राज्य में 5 एकड़ भूमि वाले छोटे किसान भी अच्छी कमाई कर रहे हैं। जिनका उत्पादन 21 क्विंटल प्रति एकड़ है उन्हें भी सरकार की नीतियों की वजह से फायदा हो रहा है। सरकार उनका पूरा धान 3100 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीद रही है। यानी 5 एकड़ में 105 क्विंटल उपज को सरकार 3100 रुपये के हिसाब से खरीद रही है। इस हिसाब से 5 एकड़ भूमि वाले किसान के खाते में 25 हजार रुपये जमा हुए। 100 रुपये प्रति एकड़ यानी 5 एकड़ के किसान के पास 3 लाख 25 हजार रुपये गए इतना ही नहीं, अगर धान का उत्पादन 21 क्विंटल प्रति एकड़ के ऊपर हो जाए, तो इसके दाम खुले बाजार में भी अच्छे मिल रहे हैं। इससे प्रदेश में समृद्धि आ रही है। मामूली किसानों के बच्चे भी अच्छी शिक्षा ले पा रहे हैं। उनके जीवन में व्यापक बदलाव हुए हैं। वे स्वस्थ जीवनशैली अपना पा रहे हैं। अब खेती भी सशक्त आजीविका माध्यम के रूप में उभर रही है। सरकार ने किसानों को अहम कड़ी के रूप में देखा था और अब लग रहा है कि मुख्यमंत्री का यह सपना साकार हो रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मानते हैं, किसान की आर्थिक मजबूती राज्य को आगे बढ़ाने में सहायक होती है। जिस तरह राज्य के विकास में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क जैसे माध्यमों को गति देने से राज्य का कल्याण होता है, ठीक उसी तरह किसान को सहारा देने से राज्य की दशा और दिशा बदलती है। क्योंकि सब मिलकर ही राष्ट्र और राज्य का निर्माण करते हैं। इस राष्ट्रीय के संकल्प का मतलब है, भारत की आत्मनिर्भरता, सामाजिक समग्रता और  सशक्तीकरण। मुख्यमंत्री मानते हैं कि भारत को विश्वगुरु बनाने में किसान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

3716

करोड़ बकाया धान बोनस

32000

करोड़ समर्थन मूल्य भुगतान

13320

करोड़ अंतर राशि का भुगतान

 

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