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7 जनवरी 2025 · JAN 07 , 2025

परिवहन: न रुकेगा, न थमेगा छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ को चार नई रेल परियोजनाओं की स्वीकृति मिली है, इसके अलावा केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राज्य में प्रमुख सड़कों के विकास के लिए 11,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है
सतत चलता छत्तीसढ़

प्रदेश सरकार राज्य में आधारभूत और बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार सड़क मार्ग, रेल और हवाई सेवा जैसे परिवहन माध्यमों पर लगातार कार्य कर रही है। साय सरकार ने परिवहन में सभी परेशानियों को दूर करने की पहल की है। सभी जानते हैं कि परिवहन की सुचारू व्यवस्था राज्य के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इससे राज्य के आर्थिक विकास को गति मिलती है। कनेक्टिविटी में सुधार से रोजगार के नए अवसर भी पैदा होते हैं। केंद्र सरकार के पूंजीगत व्यय यानी कैपेक्स के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना के तहत छत्तीसगढ़ शीर्ष से 5वें क्रम पर पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ असम, गुजरात, हिमाचल, त्रिपुरा, गोवा और सिक्किम जैसे राज्यों की तुलना में आगे है। आने वाले समय में प्रदेश में लगभग 60 से 70 हजार करोड़ रुपये का इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा होने को तैयार है। साय सरकार का दृष्टिकोण छत्तीसगढ़ को समग्रता में आगे ले जाने वाला है। मजबूत सड़क और रेल का नेटवर्क किसी भी राज्य की गति को रुकने नहीं देता है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इसे सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हैं।

11 हजार करोड़ से बनेंगी सड़कें

छत्तीसगढ़ के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राज्य में प्रमुख सड़कों के विकास के लिए 11,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। इस राशि से चार प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग विकसित किए जाएंगे। इससे छत्तीसगढ़ की कनेक्टिविटी और बढ़ जाएगी। कुल मिलाकर ये परियोजनाएं 236.1 किलोमीटर को कवर करेंगी। इनकी कुल स्वीकृत राशि 9,208 करोड़ रुपये है। इसके अतिरिक्त सड़क के बुनियादी ढांचे को और बेहतर बनाने के लिए केंद्रीय सड़क निधि के तहत 908 करोड़ रुपये के आठ कार्यों को भी मंजूरी दी गई।

52 हजार 500 करोड़ के रेल प्रोजेक्ट

मुख्यमंत्री साय की विशेष पहल पर छत्तीसगढ़ को चार नई रेल परियोजनाओं की भी स्वीकृति मिली है। इसके अलावा कोरबा-धरमजयगढ़ रेल लाइन निर्माण का कार्य प्रगति पर है जिसकी लागत लगभग 16 हजार करोड़ है। जिन चार नई रेल परियोजनाओं की स्वीकृति मिली है, उसमें धरमजयगढ-पत्थलगांव-लोहरदगा जिसकी लंबाई 240 किमी और लागत 16 हजार करोड़ अनुमानित है। दूसरी परियोजना अंबिकापुर-बरवाडीह नई रेललाइन है जिसकी लंबाई 182 किमी है और लागत 9 हजार करोड़ अनुमानित है। तीसरी परियोजना खरसिया-नयारायपुर-परमालकसा नई रेललाइन है जिसकी लंबाई 325 किमी है और लागत 8258 हजार करोड़ है। वहीं चौथी परियोजना रावधाट-जगदलपुर नई रेल लाइन है जिसकी लंबाई 140 किमी और लागत 2538.60 करोड़ रुपये अनुमानित है।

सड़क निर्माण

उरगा-कोरबा कटघोरा रिंग रोड (42.1 किमी) 1,593 करोड़ रुपये

बसना से सारंगढ़ (33 किमी) 490 करोड़ रुपये

सारंगढ़ से रायगढ़ (56 किमी) 825 करोड़ रुपये

 रायपुर-लखनादोन इकोनॉमिक कॉरिडोर (105 किमी) 6,300 करोड़ रुपये़

रेलवे प्रोजेक्ट

रेल प्रोजेक्ट

अंबिकापुर-बरवाडीहः 9 हजार करोड़ रुपये

खरसिया-न्यूरायपुर-परमालकसाः 8258 हजार करोड़ रुपये

धरमजयगढ़-पत्थलगांव- लोहरदगाः 16 हजार करोड़ रुपये

रावघाट-जगदलपुरः 2538.60 करोड़ रुपये

कोरबा-धरमजयगढ़ः 16 हजार करोड़ रुपये (काम तेजी से चल रहा है)

 

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