साय सरकार की नीतियों का प्रभाव प्रदेश के सतत् विकास पर स्पष्ट रूप से दिख रहा है। सीएम विष्णु देव साय की दूरदर्शिता, त्वरित निर्णय और योजनाबद्ध तरीके से कार्यों के क्रियान्वयन का असर यह हुआ है कि सतत् विकास यानी सस्टेनेबल डवलपमेंट में प्रदेश बेहतर परफॉर्मर की श्रेणी में खड़ा हो गया है। यूं कहें कि छत्तीसगढ़ ने 2023-2024 के लिए सतत् विकास में उल्लेखनीय प्रगति दिखाई है। राज्य ने सतत् विकास लक्ष्य (एसडीजी, सस्टेनेबल डवलपमेंट गोल) को प्राप्त करने के लिए साक्ष्य-आधारित योजना, निगरानी और कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया है। साय सरकार की सबसे बड़ी पहचान विजन, मिशन, एक्जिक्यूशन है। सोचिए, तय कीजिए और उस पर काम शुरू कीजिए। इन सारी प्रक्रिया में कहीं कोई गतिरोध नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की यही सबसे बड़ी पहचान है।
हाल में ही यूएसए (संयुक्त राज्य अमेरिका) की एक संस्था सस्टेनेबल डवलपमेंट सॉल्यूशन नेटवर्क यानी एसडीएसएन ने वर्ष 2024 के लिए एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट के आधार पर देशों को वार्षिक रैंकिंग भी प्रदान की जाती है। इस रिपोर्ट के अनुसार भारत की रैंकिंग वर्ष 2024 में पिछले वर्ष 2023 की अपेक्षा सुधरी है। एसडीएसएन रिपोर्ट 2022 के अनुसार 60.3 स्कोर के साथ 163 देशों में भारत की रैंकिंग 121 थी, वहीं 2024 की रिपोर्ट में 64 राष्ट्र स्कोर के साथ भारत की रैकिंग सुधरकर 167 देशों में 109 हो गई है। भारत के इस रैंकिंग सुधार में छत्तीसगढ़ का प्रदर्शन भी काफी महत्वपूर्ण रहा है।
छत्तीसगढ़ के सतत विकास के मुख्य बिंदु
नीति आयोग की ओर से प्रकाशित नवीनतम एसडीजी इंडिया इंडेक्स रिपोर्ट 2023-2024 के अनुसार छत्तीसगढ़ ने अच्छी प्रगति दिखाई है।
.एसडीजी स्कोर में सुधारः छत्तीसगढ़ ने अपने समग्र एसडीजी स्कोर में सुधार किया है। इसमें प्रमुख रूप से गरीबी उन्मूलन, सम्मानजनक कार्य, आर्थिक विकास, जलवायु कार्रवाई और भूमि पर जीवन जैसे विभिन्न लक्ष्यों में प्रगति शामिल है।
. योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयनः राज्य ने प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत योजना, जन धन योजना, आयुष्मान योजना, भारत और पीएम-मुद्रा योजना जैसी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन और देखरेख की है। इसका प्रभाव यह हुआ कि इसमें राज्य की रैंकिंग ने जबरदस्त प्रगति की है और सतत विकास की राह प्रशस्त हुई है।
भारत और छत्तीसगढ़ की तुलनात्मक स्थिति
एसडीजी स्कोर इंडिया
नो पावर्टी 70 72
क्वालिटी एजुकेशन 63 61
जेंडर इक्वेलिटी 51 49
क्लीन वॉटर, सेनिटेशन 93 89
एफोर्डेबल, क्लीन एनर्जी 87 96
डिसेंट वर्क, इकोनॉमिक ग्रोथ 67 68
रिडयूस्ड इनइक्वेलिटी 72 65
सस्टेनेबल सिटी एंड कम्युनिटी 79 83