मिजोरम विधानसभा की चालीस सीटों के लिए 7 नवंबर को हुए मतदान में 174 प्रत्याशियों की चुनावी किस्मत ईवीएम में बंद हो गई। इन उम्मीदवारों की किस्मत तय करने में सूबे की महिला मतदाताओं की भूमिका सबसे बड़ी रहने वाली है। महिलाओं ने मतदान में पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है। राज्य में कुल 8.52 लाख मतदाताओं ने वोट दिया। मिजोरम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार 1276 मतदान केंद्रों पर महिला मतदाताओं के 81.25 फीसदी ने वोट किया जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 80.04 फीसदी रही। कुल मिला के 80.66 फीसदी मतदान प्रतिशत रहा।
राज्य के 11 जिलों में से सबसे ज्यादा 84.78 फीसदी मतदान सरछिप में दर्ज किया गया। इसके बाद 84.65 फीसदी के साथ मामित, 84.19 फीसदी के साथ हथियाल और 83.68 फीसदी के साथ लुंगलेई रहे। अन्य जिलों में औसतन 77 से 82 फीसदी के बीच वोटिंग दर्ज की गई।
इस चुनाव में निवर्तमान मुख्यमंत्री जोरमथंगा के सामने कांग्रेस सहित छह दलों के गठबंधन जोरम पीपल्स मूवमेंट को दोहरी चुनौती है। इन चुनावों के परिणाम 3 दिसंबर को आएंगे।
चुनाव आयोग ने राज्य के तीस मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया था और केंद्रीय सुरक्षा बलों की पचास कंपनियां तैनात की गई थीं।