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10 जून 2024 · JUN 10 , 2024

जनादेश ’24 झारखंड: हवा का रुख दोतरफा

आम चुनाव जैसे-जैसे समापन वाले चरण की ओर बढ़ रहा है राज्य में चुनावी रंग दिलचस्प होता जा रहा है
गिरीडीह की सभा में कल्पना सोरेन तथा तेजस्वी यादव

आम चुनाव जैसे-जैसे समापन वाले चरण की ओर बढ़ रहा है राज्‍य में चुनावी रंग दिलचस्‍प होता जा रहा है। जोड़-तोड़ सतह पर है। सड़क पर नेताओं के बैनर, पोस्‍टर, होर्डिंग का अभाव है मगर पार्टी दफ्तरों में डिजिटल मीडिया की टीम पूरी तेजी में है। नेताओं का जनसंपर्क पर ज्‍यादा जोर है। उधर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के कदम भी तेज हो गए हैं। पहले चरण के चुनाव के बाद ईडी ने कांग्रेस विधायक दल के नेता, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्‍यक्ष, पूर्व मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन पहले ही जमीन घोटाला मामले में जेल में हैं। इससे ‘इंडिया’ गठबंधन की परेशानी बढ़ गई है, हालांकि उसे उम्‍मीद है कि ईडी की कार्रवाइयों से खास तबकों में सहानुभूति पैदा हुई है जिसका लाभ उसे चुनाव में मिल रहा है।

आलम विधानसभा के अध्‍यक्ष रह चुके हैं और प्रदेश में कांग्रेस का मजबूत अल्‍पसंख्‍यक चेहरा भी हैं। टेंडर कमीशन घोटाला और उससे संबद्ध मनी लांड्रिंग मामले में जांच कर रही ईडी ने आलम के सचिव संजीव लाल के नौकर के घर से 35 करोड़ रुपये नकद जब्‍त किया था। इसी से जुड़े मामले में ग्रामीण विकास के मुख्‍य अभियंता सहित कई लोग पहले से जेल में हैं। हाल में केंद्रीय वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण के रांची दौरे पर उनसे मिलने पहुंचे न्‍यूक्लियस मॉल के मालिक विष्‍णु अग्रवाल की तस्‍वीर वायरल हुई थी। साथ में भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष बाबूलाल मरांडी भी थे। ईडी वित्‍त मंत्रालय के अधीन है और विष्‍णु अग्रवाल जमीन घोटाला मामले में ईडी के एक्‍शन के बाद जमानत पर हैं। विपक्ष ने इस तस्‍वीर को मुद्दा बना दिया। घटना को एक सप्‍ताह भी नहीं बीता था कि ईडी ने दोबारा न्‍यूक्लियस मॉल पर सर्वे के नाम पर दबिश डाल दी।

आलमगीर की गिरफ्तारी पर प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष राजेश ठाकुर कहते हैं कि यह राजनीति से प्रेरित है। वे पूछते हैं कि क्‍या एक सप्‍ताह के अंदर ही ईडी की जांच पूरी हो गई। पाकुड़ और करीबी इलाकों में आलम की अच्‍छी पकड़ है। उनकी गिरफ्तारी से राजमहल से भाजपा प्रत्‍याशी की राह के रोड़े कम हो सकते हैं।

जमशेदपुर में प्रधानमंत्री मोदी

जमशेदपुर में प्रधानमंत्री मोदी

इन दिनों हजारीबाग का दरबार और गोड्डा की गुटबाजी चर्चा में है। पूर्व केंद्रीय वित्‍त मंत्री और राष्‍ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ चुके यशवंत सिन्‍हा के हजारीबाग के डेमोटांड स्थित आवास ऋषव वाटिका में कभी लालकृष्‍ण आडवाणी, वेंकैया नायडू, मुरली मनोहर जोशी जैसे बड़े नेताओं का चुनाव के मौके पर जमावड़ा लगता था, आज वहां से कांग्रेस की रणनीति तय हो रही है। भाजपा के मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल हजारीबाग से कांग्रेस के उम्‍मीदवार हैं। यशवंत सिन्‍हा के पुत्र और मोदी सरकार में मंत्री रह चुके जयंत सिन्‍हा का टिकट पार्टी ने इस बार काट कर विधायक मनीष जायसवाल को दे दिया। इससे असंतोष है। जयंत सिन्‍हा तो प्रधानमंत्री की सभा से भी गायब रहे। अब जयंत सिन्‍हा के पुत्र आशीर सिन्‍हा 13 मई को कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की हजारीबाग सभा में कांग्रेस में शामिल हो गए। भाजपा ने जयप्रकाश भाई पटेल के रिश्‍ते में बहनोई शिवलाल महतो को पार्टी में शामिल कर लिया है। शिवलाल विस्‍थापन के सवाल पर हजारीबाग में लंबे समय तक संघर्षरत रहे। वे झामुमो, झारखंड विकास मोर्चा और कांग्रेस में भी रह चुके हैं। वे हजारीबाग से लोकसभा और विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं।

गोड्डा सीट कांग्रेस के पाले में आई तो पार्टी ने यहां से गामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह को टिकट पकड़ा दिया। विरोध के कारण टिकट वापस लेकर बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा से आये पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव को दे दिया गया मगर असंतोष अभी खत्‍म नहीं हुआ है। इस सीट पर फुरकान अंसारी की भी नजर थी। उनके पुत्र जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी भी पिता के लिए लगे हुए थे। फुरकान अंसारी झारखंड से चुनाव लड़कर संसद पहुंचने वाले एकमात्र अल्‍पसंख्‍यक नेता हैं। गोड्डा में अंतिम चरण में 1 जून को मतदान है। यहां प्रदीप यादव का मुकाबला भाजपा सांसद निशिकांत दुबे से है। निशिकांत दुबे के काफी निकट रहे बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री विनोदानंद झा के पोते अभिषेक आनंद झा ने गोड्डा से निर्दलीय नामांकन कर निशिकांत दुबे की थोड़ी परेशानी बढ़ा दी है।

ईडी की गिरफ्त में मंत्री आलमगीर आलम

ईडी की गिरफ्त में मंत्री आलमगीर आलम

दूसरी तरफ कोडरमा से झामुमो के बागी गांडेय के पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा ने भाजपा का तनाव बढ़ा दिया है। गठबंधन में कोडरमा सीट भाकपा-माले के हिस्‍से आई है। यहां से बगोदर से माले विधायक विनोद सिंह चुनाव लड़ रहे हैं जबकि भाजपा से केंद्रीय मंत्री अन्‍नपूर्णा देवी। कोडरमा में कुशवाहा मतदाताओं की संख्‍या अधिक है जिसे भाजपा अपनी ओर मानती है। जयप्रकाश वर्मा के मैदान में उतरने से कुशवाहा वोट भाजपा से छिटक सकता है। इसीलिए कुशवाहा समाज के उत्‍तर प्रदेश के उपमुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को अन्‍नपूर्णा देवी के नामांकन के दिन विशेष रूप से बुलाया गया था। जयप्रकाश वर्मा कोडरमा से पांच बार सांसद रहे भाजपा नेता रीतलाल वर्मा के भतीजे हैं। वे कहते हैं कि कोडरमा से उम्‍मीदवार बनाने का वादा करके झामुमो ने पार्टी में शामिल कराया था मगर टिकट माले को दे दिया।

झामुमो ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण जयप्रकाश वर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा पार्टी से बगावत कर लोहरदगा सीट से चुनाव लड़ने वाले विशुनपुर विधायक चमरा लिंडा और खूंटी सीट से लड़ने वाले पूर्व विधायक बसंत लोंगा को भी निलंबित कर दिया। खूंटी से पिछले चुनाव में केंद्रीय मंत्री अजुन मुंडा बहुत कम मतों से जीते थे, लोहरदगा से भी भाजपा के सुदर्शन भगत कम अंतर से ही जीते। खूंटी में अर्जुन मुंडा का मुकाबला फिर कांग्रेस के कालीचरण मुंडा के साथ है तो लोहरदगा में राज्‍यसभा सदस्‍य समीर उरांव का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्‍यक्ष सुदेश भगत से है।

सिंहभूम से कांग्रेस सांसद रहीं गीता कोड़ा भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। सिंहभूम संसदीय सीट के अधीन के छह विधानसभा सीटों में पांच पर झामुमो का कब्‍जा है। गीता कोड़ा का मुकाबला झामुमो के जोबा मांझी से है। वहीं पलामू में भाजपा सांसद बीडी राम को राजद की ममता भुइयां चुनौती दे रही हैं। यहां नक्‍सली पृष्‍ठभूमि वाले पूर्व सांसद कामेश्‍वर बैठा राजद छोड़ बसपा से चुनाव लड़ रहे हैं। सीधा मुकाबला बीडी राम और ममता भुइयां के बीच है। फारर्वड वोटरों का असंतोष बीडी राम को परेशान कर रहा है। राजद के एकमात्र विधायक और सरकार में मंत्री सत्‍यानंद भोक्‍ता की पलामू में निष्क्रियता को लेकर राजद कार्यकर्ताओं में नाराजगी है।

मल्लिकार्जुन खड़गे

मल्लिकार्जुन खड़गे

तीसरे चरण में 25 मई को रांची, धनबाद, गिरिडीह और जमशेदपुर सीट पर चुनाव है। रांची संसदीय सीट पर भाजपा के संजय सेठ का मुकाबला पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय से है। टिकट न मिलने से नाराज एक माह पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने कांग्रेस से इस्‍तीफा दे दिया। रामटहल भाजपा के टिकट पर रांची से पांच टर्म एमपी रहे हैं। 2019 में टिकट कटा तो निर्दलीय लड़ गए। भाजपा ने इन्‍हें पार्टी में शामिल कर लिया है।

गिरिडीह में एनडीए की ओर से आजसू सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी का मुकाबला झामुमो विधायक मथुरा महतो के साथ है। झारखंड में सबसे अधिक करीब पांच लाख मतों से जीतने वाले पीएन सिंह का टिकट काटकर भाजपा ने यहां से बाहुबली विधायक ढुलू महतो को उतारा है। यहां उनका मुकाबला कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह की पत्‍नी अनुपमा सिंह के साथ है। ढुलू की उम्‍मीदवारी को लेकर भाजपा में असंतोष रहा। पूर्व मुख्‍यमंत्री रघुवर दास को निर्दलीय उम्‍मीदवार के रूप में जमशेदपुर से हराने वाले सरयू राय ढुलू के आतंक, जमीन पर कब्‍जे, वसूली, नाजायज संपत्ति को लेकर लगातार आक्रामक रहे।

पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए राज्‍य की कुल 14 में 12 लोकसभा सीट जीत गया था। 11 पर भाजपा और एक पर सहयोगी आजसू ने कब्‍जा किया था। इस बार पार्टियों के भीतर कलह, बगावत के बीच अधिसंख्‍य सीटों पर चुनौती पेश आ रही है। हेमंत सोरेन और आलमगीर को जेल का संदेश जनता किस रूप में लेती है, यह भी नतीजे तय करेगा। ये नतीजे इसी साल बाद में होने वाले विधानसभा चुनाव की डगर भी तय कर देंगे।

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