बिहार की भूमि पर जन्मे दुर्गेश कुमार करीब एक दशक से बॉलीवुड में सक्रिय हैं। दुर्गेश कुमार ‘हाइवे’, ‘दिल बेचारा’ और ‘संजू’ जैसी बड़ी फिल्मों में छोटे रोल कर चुके हैं, लेकिन ‘पंचायत’ वेब सिरीज की एक क्लिप पर बन रहे लाखों मीम ने उन्हें एक झटके में स्टार बना दिया। आउटलुक के लिए राजीव नयन चतुर्वेदी ने मीम के कारण उनकी बढ़ती लोकप्रियता पर उनसे बातचीत की।
पंचायत की वजह से आपको जो सफलता मिली है उसे देखकर कैसा लग रहा है?
सफल होकर सभी को अच्छा लगता है। मुझे भी अच्छा लग रहा है कि इतनी मेहनत के बाद आज लोग मुझे जानने लगे हैं।
आपकी फिल्मी यात्रा बहुत संघर्ष भरी रही है। इसके बारे में हमारे पाठकों को बताएं।
मेरी यात्रा बहुत उतार-चढ़ाव से भरी रही है। मैंने जमकर संघर्ष किया है। कई बार मेरे पास पैसे नहीं रहते थे तो घर से मांगना पड़ता था। एनएसडी से निकलने के बाद जब मुझे फिल्मों में कोई रोल नहीं मिलता था तो आजीविका चलाने के लिए मैं स्कूलों में पढ़ाता था। इसके अलावा, मैंने एक दुकान पर शॉपकीपर का भी काम किया था, हालांकि मैं उस समय भी ऐक्टिंग की प्रैक्टिस करता रहता था।
पंचायत से पहले आप किन-किन फिल्मों में कार्य कर चुके हैं?
मैं इम्तियाज अली की फिल्म हाइवे में काम कर चुका हूं। इसके अलावा, यशराज की फिल्म सुल्तान, सोहेल खान की फिल्म फ्रीकी अली और बहुत हुआ सम्मान जैसी फिल्मों में भी काम कर चुका हूं। इसके बाद जब वेब सिरीज का दौर शुरू हुआ तो बिच्छू का खेल, वर्जिन भास्कर में भी मैंने ऐक्टिंग की है। पंचायत के पहले पार्ट में भी मैंने छोटा सा रोल किया लेकिन लोगों ने दूसरे पार्ट में मेरी ऐक्टिंग को सराहा और यहीं से मुझे पहचान मिली।
आपने कई जगह कहा है कि आपको फिल्मों का ऑफर कभी नहीं मिला है। आप हर जगह ऑडिशन के जरिये फिल्मों में चुने गए हैं। क्या पंचायत के बाद कुछ बदलाव आया है?
अभी भी मुझे ऑफर नहीं मिल रहे हैं, लेकिन अब प्राइमरी किरदार के लिए निर्माताओं ने मेरा ऑडिशन लेना शुरू कर दिया है।
आपके ऊपर सोशल मीडिया में खूब मीम बन रहे हैं। आपको यह देखकर कैसा लगता है?
पहली बार मैंने जब मीम में खुद को देखा तो मुझे बहुत अच्छा लगा। उस मीम में हॉलीवुड की बड़ी सिरीज मनी हाइस्ट के एक किरदार से मेरी तुलना की गई थी। जब आपको इस कदर की पॉपुलरिटी मिलती है, तो आप गदगद हो जाते हैं। आज भी मेरे दोस्त मुझे मीम भेजते रहते हैं। मीम ने मेरे लिए जो माहौल बनाया है मैं उसे भुनाना चाहता हूं।
मीम से एक ऐक्टर के प्रोफेशनल जीवन में कितना फर्क पड़ता है?
मैं अपना उदाहरण देते हुए कहूं तो पंचायत से पहले मुझे कोई नहीं जानता था, लेकिन धीरे-धीरे जैसे ही लोगों ने मुझे सराहा और मुझ पर मीम बनने लगे तो मुझे लोग भी अब पहचानने लगे हैं। मीम के जरिये आप नॉन ऐक्टर्स की श्रेणी में जल्दी आ जाते हैं।
मीम से मिली पॉपुलरिटी से आपके जीवन में कुछ बदलाव आया है?
इस बात में कोई दो राय नहीं है मैं मीम की वजह से कुछ ज्यादा ही प्रसिद्ध हुआ हूं। मीम ने मुझे घर-घर पहुंचा दिया। कई ब्रांड्स मेरी लोकप्रियता को अब मीम बनाकर भुनाना चाह रहे हैं। ये सब देख के मुझे खुशी होती है।
आज जो भी सोशल मीडिया चलाता है वो आपको पहचानता होगा। क्या किसी बड़े ऐक्टर ने पंचायत में आपके द्वारा की गई ऐक्टिंग को सराहा?
नवाजुदीन सिद्दीकी सर ने कॉल कर के मुझे बधाई दी थी। उन्होंने मेरी सफलता को सेलिब्रेट किया। उन्होंने कहा कि तुमने बहुत शानदार काम किया है। उनका मैसेज और कॉल देखकर लगा कि मुझे फिल्मफेयर मिल गया है।
प्रशंसक आपको किस फिल्म में देख सकेंगे?
मैं जल्द ही रेड चिली की फिल्म भक्षक में दिखूंगा। इसके अलावा हंसल मेहता की फिल्म डेढ़ बीघा जमीन में भी काम कर रहा हूं। यह फिल्म जल्दी ही थिएटरों में रिलीज होगी। आमिर खान एक फिल्म को प्रोड्यूस कर रहे हैं, मैं उसमें भी दिखूंगा।