“मुझे विश्वास नहीं होता कि ये शब्द मेगन (मर्केल) बोल रही हैं। वो खुद को पीड़िता बताने के लिए झूठ बोल रही हैं। वह नस्लभेद का कार्ड इस्तेमाल कर रही हैं, ताकि सहानुभूति बटोर सके। दुष्ट।”
अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल का मेगन के ब्रिटेन के शाही परिवार पर नस्लवाद के आरोपों पर प्रतिक्रिया
बाटला हाउस मामले में फांसी की सजा
दिल्ली की साकेत कोर्ट ने 2008 के विवादास्पद बाटला हाउस एनकाउंटर मामले में आतंकी आरिज खान को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई है। कोर्ट ने इसे ‘रेयरेस्ट ऑफ रेयर’ केस मानते हुए खान पर 11 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इसमें से दस लाख रुपये शहीद इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा के परिवार को दिए जाएंगे। दिल्ली पुलिस ने आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन से कथित रूप से जुड़े आरिज खान को मौत की सजा दिए जाने की मांग करते हुए कहा था कि यह महज हत्या का मामला नहीं, बल्कि न्याय की रक्षा करने वाले कानून के रक्षक की हत्या का मामला है। पुलिस के अनुसार, इस मामले में कड़ी सजा दिए जाने की जरूरत है, जिससे दूसरों को सीख मिले। दक्षिण दिल्ली के जामिया नगर इलाके में 2008 में बाटला हाउस मुठभेड़ के दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा की हत्या कर दी गई थी। आरिज खान घटनास्थल से भाग निकला था और उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। आरिज खान को 14 फरवरी 2018 को पकड़ा गया। इस मामले में जुलाई 2013 में एक अदालत ने इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादी शहजाद अहमद को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
बकिंघम पैलेस में नस्लवाद!
ब्रिटेन के प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन मर्केल के एक इंटरव्यू से बखेड़ा खड़ा हो गया है। दोनों ने यह इंटरव्यू अमेरिकी टीवी की मशहूर पर्सनेलिटी ओपरा विनफ्रे को दिया है। इंटरव्यू में मेगन ने कहा कि शाही परिवार उनके बेटे आर्ची को राजकुमार नहीं बनाना चाहता था, क्योंकि उसके जन्म से पहले उन्हें डर था कि कहीं उसका रंग काला न हो। उनके अनुसार, आर्ची के जन्म से पहले शाही परिवार ने प्रिंस हैरी से इस बारे में चर्चा की थी, जो उनके लिए काफी दर्दनाक था। मेगन ने यह भी दावा किया कि शाही परिवार में उनकी शादी के बाद उनकी आजादी सीमित हो गई थी और वे वहां काफी अकेली हो गई थीं। उन्होंने कहा कि एक वक्त ऐसा भी आया, जब वे पूरी तरह से टूट गई थीं और उनके मन में आत्महत्या के ख्याल आते थे। मेगन ने यह भी कहा कि प्रिंस हैरी के साथ उनकी शादी से पहले प्रिंस विलियम्स की पत्नी केट मिडलटन ने उन्हें रुला दिया था। केट को फ्लावर गर्ल्स की ड्रेस पसंद नहीं आई थी और इसे लेकर वे नाराज थीं। हालांकि शाही परिवार ने सभी आरोपों का खंडन किया है। दिलचस्प बात यह है कि एक सर्वे में ब्रिटेन के अधिकतर लोग मर्केल के बजाय बकिंघम पैलेस के समर्थन में दिखे। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पोते हैरी और मेगन ने पिछले साल मार्च में फ्रंटलाइन रॉयल ड्यूटी छोड़ दी थी। दोनों अब कैलिफोर्निया में रहते हैं। पिछले साल जनवरी में ही दोनों ने ड्यूक ऑफ ससेक्स और डचेस ऑफ ससेक्स की शाही उपाधि छोड़ने का ऐलान किया था।
सुशासन बाबू का ब्लड प्रेशर
बिहार विधानसभा के चालू बजट सत्र के दौरान राजद के विधायक मुकेश कुमार का सदन में ब्लडप्रेशर जांचने की मशीन और स्टेथोस्कोप लेकर आना चर्चा का विषय रहा। मुकेश कुमार ने बताया कि आजकल मुख्यमंत्री महोदय कुछ ज्यादा ही आगबबूला होते हैं, सो वे उनका ब्लड प्रेशर जांचने के लिए इस तामझाम के साथ आए हैं। उन्होंने यह टिप्पणी इसलिए कि क्योंकि पिछले दिनों बिहार विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान नीतीश सरकार के ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज, एमएलसी मोहम्मद फारुख के एक तारांकित प्रश्न का जवाब दे रहे थे। ठीक उसी समय दूसरे राजद एमएलसी सुबोध राय भी खड़े हो गए और पूरक प्रश्न पूछने लगे। उनकी यह हरकत नीतीश बाबू को बहुत नागवार गुजरी और वे गुस्से से आगबबूला हो गए। उन्होंने विरोधी दल के सदस्य को सदन के नियम-कानून का हवाला देते हुए बैठने को कहा। नियमों का हवाला देना विपक्ष, खासकर राजद के सदस्यों को बिलकुल पसंद नहीं आया और उनके सदस्य सदन से बाहर कहते दिखे, कि आजकल उनका बीपी बहुत बढ़ा हुआ रहता है।
नेताजी का ड्रेसकोड
गुजरात विधानसभा में सत्र के दौरान सदन के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी के आदेश पर कांग्रेस विधायक विमल चुड़ास्मा को सदन से बाहर कर दिया गया, क्योंकि वे टी-शर्ट पहनकर आए थे! कांग्रेस ने त्रिवेदी के फैसले पर आपत्ति जताई और कहा कि किसी भी नियम के तहत सदन में कोई भी कपड़ा पहनने की मनाही नहीं है। चुड़ास्मा पहली बार विधायक बने हैं। सोमनाथ सीट से विधायक चुड़ास्मा का तर्क है कि उन्होंने ऐसे ही कपड़े पहनकर चुनाव प्रचार किया और जीते भी। उन्होंने अध्यक्ष से टी-शर्ट न पहनने का कारण भी जानना चाहा। उनका कहना है कि टी-शर्ट मेरे मतदाताओं द्वारा मुझे दिया गया प्रमाणपत्र है।
एंटीलिया मामले में खुलते रहस्य
उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर एंटीलिया के सामने लावारिस स्कॉर्पियो में विस्फोटक मिलने के बाद से रोज नए खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में एनआइए मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वझे को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है कि पीपीई किट पहनकर एंटीलिया के सामने स्कॉर्पियो छोड़ने वाला शख्स कौन था, खुद वझे या कोई और? इस बीच वझे को निलंबित कर दिया गया है। गत 25 फरवरी को एंटीलिया के पास एक लावारिस स्कॉर्पियो से विस्फोटक मिला था। बाद में सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) पहनकर घूमता नजर आया था। शक है कि वही व्यक्ति स्कॉर्पियो में ढाई किलोग्राम जिलेटिन की छड़ें रखने के बाद वहां से गुजर रही एक इनोवा कार में बैठकर फरार हो गया था। मुंबई पुलिस के अनुसार, स्कार्पियो कुछ दिनों पहले चोरी हो गई थी। सचिन वझे ने अपनी गिरफ्तारी को अवैध करार देते हुए इसके खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की थी। शिवसेना सरकार इस मामले में लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। पार्टी के मुखपत्र सामना का कहना है कि महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले की जांच एटीएस को सौंप दी थी, लेकिन केंद्र सरकार ने अड़ंगा लगाकर एनआइए को भेज दिया।