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जनादेश 2022/आवरण कथा: वादे हैं, वादों का क्या

राजनीतिक दलों और नेताओं के वादों पर शायद ही कोई एतबार करता हो। फिर भी हर चुनाव से पहले वादों की झड़ी लग जाती है
सभी के अपने-अपने चुनावी वादे

राजनीतिक दलों और नेताओं के वादों पर शायद ही कोई एतबार करता हो। फिर भी हर चुनाव से पहले वादों की झड़ी लग जाती है। इस बार भी राजनीतिक दलों ने तरह-तरह की मुफ्त सेवाएं, लाखों नौकरियां, करोड़ों स्मार्टफोन और लैपटॉप जैसी घोषणाएं की हैं। लेकिन खुद ये पार्टियां घोषणा पत्र को कितनी अहमियत देती हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चुनाव प्रचार में इसकी बातों का जिक्र बमुश्किल होता है।

उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने अपने घोषणा पत्र को ‘लोक कल्याण संकल्प पत्र’, सपा ने ‘समाजवादी वचन पत्र’ तो कांग्रेस ने ‘उन्नति विधान’ जैसे भारी-भरकम नाम दिए हैं। बसपा घोषणा पत्र जारी नहीं करती है। सपा ने मनरेगा की तर्ज पर शहरी रोजगार गारंटी कानून लाने, सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने, शिक्षामित्रों को तीन साल में नियमित करने, 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने और पुरानी पेंशन योजना फिर लागू करने के वादे किए हैं। भाजपा के कुछ वादे हिंदू वोट जोड़े रखने के लिए लगते हैं। इसने कहा है कि ‘लव जिहाद’ कानून में संशोधन करके कम से कम 10 साल कैद और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान किया जाएगा।

मायावती इस चुनाव में ज्यादा सक्रिय नहीं रहीं

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भाजपा ने किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने के साथ 14 दिनों में गन्ने के भुगतान के 2017 के वादे को फिर दोहराया है। इसने 25 हजार करोड़ की लागत से कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर, पांच हजार करोड़ की मुख्यमंत्री कृषि सिंचाई योजना और पांच हजार करोड़ से चीनी मिलों के आधुनिकीकरण की बात कही है। सपा ने सभी फसलों के लिए एमएसपी देने और किसानों को 15 दिनों में गन्ने का भुगतान करने का वादा किया है। सभी किसानों को 2025 तक कर्ज मुक्त करने, मुफ्त बिजली, छोटे किसानों को मुफ्त उर्वरक, बीमा और पेंशन के साथ किसान आंदोलन में जान गंवाने वालों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये देने का वादा किया गया है। कांग्रेस ने कहा है कि सत्ता में आने के 10 दिनों के भीतर किसानों के कर्ज माफ कर दिए जाएंगे। गेहूं और धान के लिए एमएसपी 2500 रुपये और गन्ने की कीमत 400 रुपये प्रति क्विंटल तय करने का वादा किया है।

सपा ने आइटी सेक्टर में 22 लाख रोजगार की बात कही है। एमएसएमई को प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि 2027 तक उनमें एक करोड़ लोगों को रोजगार मिल सके। कांग्रेस ने 20 लाख नौकरियां सृजित करने का वादा किया है। इनमें 12 लाख सरकारी होंगी और 40 फीसदी महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। भाजपा ने सरकारी विभागों के खाली पद भरने के वादे को इस बार भी दोहराया है। पांच वर्षों में तीन करोड़ स्वरोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे।

सपा के सहयोगी जयंत

सपा के सहयोगी जयंत 

सपा ने हर गरीब परिवार को साल में दो मुफ्त रसोई गैस सिलिंडर, बुजुर्गों तथा गरीब महिलाओं को प्रतिवर्ष 18,000 रुपये पेंशन और सिर्फ 10 रुपये में थाली देने का भी वादा किया है। भाजपा का वादा हर बेघर को घर देने, होली-दीपावली पर उज्ज्वला योजना की लाभार्थियों को गैस सिलिंडर देने का है। गरीबों के लिए मां अन्नपूर्णा कैंटीन खोली जाएंगी। कांग्रेस ने कहा है कि झुग्गीवासियों की जमीन उनके नाम कर दी जाएगी। मध्य वर्ग के लिए सस्ते घर बनाने का भी वादा किया है।

ओपी राजभर

ओपी राजभर

भाजपा ने प्राइमरी स्कूलों को स्मार्ट बनाने और दो करोड़ टैबलेट स्मार्टफोन देने की बात कही है। सपा ने लैपटॉप का वादा किया है। कांग्रेस ने स्मार्टफोन और ई-स्कूटर देने की बात कही है। सपा प्रदेश का स्वास्थ्य बजट तीन गुना बढ़ाएगी और कैशलैस हेल्थ सेवा शुरू करेगी। कांग्रेस ने 10 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त कराने का वादा किया है।

बनारस में रविदास जयंती पर लंगर में खाना परोसते राहुल

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