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उत्तर प्रदेश: माफिया कब्जे पर बुलडोजर

राज्य सरकार की कथित अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई से विपक्ष हमलावर
प्रयागराज में अतीक अहमद की जायदाद पर कार्रवाई

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार इस समय एक्शन मोड में है। उसके निशाने पर भू-माफिया और दबंग हैं। इस अभियान के तहत अब तक सरकार के निशाने पर मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, ब्रजेश सिंह, अमित कसाना जैसे 25 से ज्यादा बड़े माफिया और उनके सहयोगी हैं। एक अनुमान के मुताबिक 900 करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियां जब्त की गई हैं। सरकार के अनुसार ये संपत्तियां या तो सरकारी जमीन पर बनाई गई हैं या फिर गरीब लोगों की जबरन कब्जाई गई जमीनों पर। लेकिन विपक्ष कथित चुनींदा दबंगों पर इस कार्रवाई के पीछे राजनैतिक बदले की भावना का आरोप लगा रहा है।

दरअसल मुख्यमंत्री आदित्यनाथ इस कार्रवाई पर बीते साल नवंबर में देवरिया और प्रयागराज की सभाओं में ही कह चुके हैं कि उनकी सरकार अवैध तरीके से जुटाई गई हर संपत्ति को जब्त करेगी। सरकार की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि व्‍यापारियों और कारोबारियों की जिन जमीनों पर पिछली सरकारों के समर्थन से गुंडों ने कब्जा कर लिया था, उसे मुक्त कराने के बाद उनको वापस किया जाएगा, और बची जमीन को गरीबों, सरकार वकीलों, पत्रकारों और शिक्षकों को नो प्रॉफिट-नो लॉस के आधार पर दिया जाएगा।

हालांकि उनकी इस कार्रवाई पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष, पूर्व मूख्यमंत्री अखिलेश यादव ने  कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में यह जो बिल्डिंग गिराने का सिलसिला चल रहा है। आखिर किस-किस का नक्शा पास है? पुराने लोग जितने हैं, उनमें से किसी का नक्शा पास नहीं है। हमारे दादा-परदादा ने जो घर बनाया, हम उसमें रह रहे हैं। उस समय तो नक्शा पास करने वाला कोई प्राधिकरण भी नहीं था।’’ अखिलेश ने इशारों-इशारों में सरकार को चुनौती भी दे डाली। उन्होंने कहा, ‘‘इन मकानों को जब चाहे तब तोड़ दो। कितने गैरकानूनी बने होंगे, यह आपसे बेहतर कौन जानेगा। केवल एक, दो या तीन आदमियों को चिन्हित करके उनके मकान तोड़ना है। यही परंपरा चलेगी तो कल जब दूसरी सरकार आएगी तो चिन्हित करके बुलडोजर आपकी तरफ ले जाएगी। आज जो अधिकारी उनके लिए काम कर रहे हैं, वह कल सलाम कर दूसरी सरकार के लिए काम करने लगेंगे।’’

असल में सरकार की कार्रवाई में माफिया मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद का प्रमुख रूप से नाम है। अतीक अहमद जहां समाजवादी पार्टी से लोकसभा सदस्य रह चुके हैं, वहीं मुख्तार अंसारी भी बहुजन समाज पार्टी के सदस्य रह चुके हैं। अंसारी ने बाद में पार्टी से निकाले जाने के बाद कौमी-एकता दल नाम से नई पार्टी बनाई। सरकार के सूत्रों के मुताबिक, मुख्तार अंसारी की अब तक करीब 180 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। पिछले साल दिसंबर तक इस गिरोह के 97 सदस्यों की गिरफ्तारी हुई है और 75 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है, जबकि उनके 75 शस्‍त्र लाइसेंस निरस्त किए गए हैं। वही गुंडा एक्ट के तहत 12 अपराधियों को जिला बदर किया गया है। गाजीपुर का रहने वाला मुख्तार अंसारी इस समय पंजाब की रोपड़ जेल में बंद है। उत्तर प्रदेश पुलिस एक मुकदमे के सिलसिले में उसे राज्य में लाना चाहती है लेकिन अभी ऐसा नहीं कर पाई है।

इसी तरह सूत्रों के मुताबिक, अतीक अहमद और उसके सहयोगियों की करीब 204 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति को जब्त की गई है। पुलिस ने अतीक गैंग के 17 लोगों को गिरफ्तार किया है और 44 सदस्यों की हिस्ट्रीशीट खोली है। इसके अलावा 16 ठेकों और फर्मों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। अतीक, उसके परिजनों और सहयोगियों की 31 संपत्तियों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग और ईओडब्ल्यू भी कर रहा है। अतीक फिलहाल गुजरात के साबरमती केंद्रीय जेल में बंद है। पुलिस ने अतीक अहमद और उसके परिजनों के 12 शस्‍त्र लाइसेंस निरस्त कर जमा कराया है। पुलिस ने कुल 40 शस्‍त्र लाइसेंस को निरस्त किया है। अतीक की 20 संपत्तियां, उसके परिजनों और सहयोगियों की 31 संपत्तियां चिह्नित की  गई हैं, जिनमें 10 मकान कुर्क किए जा चुके हैं। इसमें एक अवैध निर्माण को सील किया गया, आठ संपत्तियों को ध्वस्त किया गया और तीन संपत्तियों को प्रशासन ने कब्जे में लिया गया है। पुलिस ने एक जिप्सी, एक लैंड क्रूजर गाड़ी भी जब्त की है।

मुख्यमंत्री ने 24 जनवरी को यूपी दिवस के एक कार्यक्रम में कहा, “हमने पेशेवर अपराधी और माफिया पर ही नहीं, बल्कि खानदानी अपराधियों पर भी लगाम कसा है, जिससे निवेश की संभावना बढ़ी है।’’

सरकारी सूत्रों के मुताबिक, गैंगस्टर अधिनियम के तहत 25 से ज्यादा माफिया पर कार्रवाई की गई है। कथित तौर पर आठ अरब 95 करोड़ 41 लाख रुपये से अधिक की चल-अचल अवैध संपत्तियां जब्त की गई हैं। कहा यह भी जा रहा है कि अवैध संपत्तियों को ढहाने और जब्त करने में जो खर्च आ रहा है, वह भी अपराधियों और माफिया से ही वसूला जा रहा है। माफिया, उनके परिजनों और सहयोगियों के लगभग 150 शस्‍त्र रद्द किए गए हैं। गैंगस्टर एक्ट में 11,930 मुकदमे दर्ज कर 3699 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। 523 अभियुक्तों के खिलाफ रासुका लगाई गई है। प्रदेश सरकार की कार्रवाई में अवैध तरह से चलाए जा रहे बूचड़खाने और स्लाटर हाउस, पार्किंग ठेके की आड़ में अवैध वसूली,  अवैध मछली कारोबार, अवैध कोयला कारोबार से कमाई करने वाले माफिया भी निशाने पर हैं। माफिया आकाश जाट को अलग-अलग मामलों के तहत तीन और सात साल की सजा सुनाई जा चुकी है। जबकि उसके गैंग के सहयोगी अमित भूरा को भी इन्हीं मामलों में तीन साल और एक साल की सजा दी गई है।

लगातार हो रही कार्रवाई पर विपक्ष के हमलों के जवाब में मुख्यमंत्री ने फर्रूखाबाद के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘इन रहनुमाओं को तब परेशानी नहीं होती थी जब किसी गरीब, किसी व्यापारी या किसी आम आदमी की जमीन पर भू-माफिया या अपराधी कब्जा करते थे? उनको परेशानी तब हो रही है जब अपराधियों और माफिया से गरीबों और किसानों की संपत्तियों को मुक्त कराया जा रहा है।’’

बहरहाल, विधानसभा चुनावों में एक साल से थोड़ा ही ज्यादा समय बचा है, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्‍शन मोड में दिखते हैं। विपक्ष भी थोड़ा-थोड़ा सक्रिय दिख रहा है। आरोप यह भी है कि सरकार ये कार्रवाइयां विपक्ष को कमजोर करने की योजना के तहत कर रही है। चुनावी नतीजे क्या होते हैं, यह तो अगले साल पता चलेगा। लेकिन सियासी सरगर्मी जरूर बढ़ गई है।

कार्रवाई की जद में 25 बड़े माफिया

मुख्तार अंसारी, गाजीपुर

अतीक अहमद, प्रयागराज

बृजेश कुमार सिंह उर्फ अरुण कुमार सिंह, वाराणसी

सुभाष सिंह ठाकुर, वाराणसी

ओमप्रकाश उर्फ बबलू श्रीवास्तव, लखनऊ

मुनीर, बिजनौर

खान मुबारक, आंबेडकरनगर

अमित कसाना, गाजियाबाद

आकाश जाट, शामली

उधम सिंह, मेरठ

योगेश, मेरठ

अजीत उर्फ हप्पू, बागपत

रतनपुर सुशील उर्फ मूंछ, मुजफ्फरनगर

संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा, मुजफ्फरनगर

सुंदर भाटी उर्फ नेताजी, गौतमबुद्धनगर

अनिल भाटी, गौतमबुद्धनगर

अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर, गौतमबुद्धनगर

सिंघराज भाटी, गौतमबुद्धनगर

अंकित गुर्जर, गौतमबुद्धनगर

ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह, आजमगढ़

उमेश राय उर्फ गौरा राय, गाजीपुर

त्रिभुवन सिंह उर्फ पवन कुमार, गाजीपुर

मो. सलीम, लखनऊ

मो. सोहराब, लखनऊ

मो. रुस्तम, लखनऊ

‘‘ये रहनुमा इससे परेशान हैं कि अपराधियों से गरीबों की संपत्तियां मुक्त कराई गई हैं’’

योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री

‘‘कल दूसरी सरकार आएगी तो चिन्हित करके बुलडोजर आपकी तरफ ले जाएगी’’

अखिलेश यादव, सपा नेता, पूर्व मुख्यमंत्री   

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