टाइम्स नाउ और मून टीवी के संयुक्त स्टिंग ऑपरेशन में दावा किया गया है कि खुफिया कैमर से विधायकों के बयान रिकॉर्ड किए गए। रिपोर्ट के मुताबिक 18 फरवरी 2017 को तमिलनाडु विधान सभा में विश्वास प्रस्ताव में वोट हासिल करने के लिए पैसे का लेन-देन हुआ था। बता दें कि ई पलानीस्वामी ने 16 फरवरी को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। पलानीस्वामी ने ओ पन्नीरसेल्वम की जगह ली थी।
स्टिंग के मुताबिक पलनीस्वामी को विश्वास मत में जीत दिलाने के लिए लगभग 100 विधायकों को एक रिसॉर्ट में रखा गया था।
दो विधायकों ने खुफिया कैमरों के सामने खोला राज
स्टिंग के अनुसार मदुरई दक्षिण के विधायक सर्वनन और सुलुर के विधायक कनकराज ने खुफिया कैमरों के सामने स्वीकार किया कि उन्होंने विश्वासमत के दौरान वोट देने के लिए पैसा लिया था।
विधायकों को दी गई थी धमकी
स्टिंग में यह भी कहा गया कि विधायकों को धमकी भी दी गयी थी। स्टिंग में एक विधायक ने आरोप लगाया है कि विश्वास मत के दौरान वोट देने के लिए हर विधायक को दो-छह करोड़ रुपये दिए गए। विधायक ने दावा किया कि कुछ लोगों को नकदी की कमी के कारण सोना दिया गया।
स्टालिन ने की थी शिकायत
गौरतलब है कि डीएमके नेता एमके स्टालिन ने विश्वास प्रस्ताव में गड़बड़ी को लेकर शिकायत भी की है।