कोरोनावायरस के चलते विंबलडन चैंपियनशिप के 2020 संस्करण को आधिकारिक तौर पर रद्द कर दिया गया है। इससे पहले विंबलडन को दूसरे विश्व युद्ध के दौरान रद्द किया गया था। बुधवार को ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब (एईएलटीसी) की यह घोषणा की। विंबलडन 134वीं चेंपियनशिप का आयोजन अब अगले साल 28 जून से 11 जुलाई, 2021 तक आयोजित किया जाएगा। इससे पहले एक साल के लिए ओलंपिक को टालने का फैसला लिया गया था।
ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस एंड क्रोकेट क्लब की ओर से कहा गया कि, विंबलडन के रद्द होने से यकीनन सभी को निराशा होगी लेकिन कोरोना के खतरे को भांपते हुए इस फैसले को लिया गया है। आयोजकों के अनुसार मौजूदा समय में जो हालात उत्पनन हुए हैं उसे देखकर टूर्नामेंट कराना संभव नहीं है।
फ्रेंच ओपन पहले ही खिसका दिया गया है
दूसरे विश्व युद्ध के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब विंबलडन को रद्द करना पड़ा हो। फ्रेंच ओपन पहले ही आगे खिसका दिया गया है जबकि सात जून तक सभी प्रतियोगिताएं रद्द कर दी गई हैं। आयोजकों ने पहले विंबलडन को दर्शकों के खाली स्टेडियम में करवाने से इन्कार किया था। तीन बार के विंबलडन चैंपियन बोरिस बेकर ने मंगलवार को टूर्नामेंट के आयोजकों से फैसला करने से पहले इंतजार करने की अपील की थी।
29 जून से होना था शुरू
टेनिस का सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट विंबलडन 29 जून से शुरू होना था जहां नोवाक जोकोविच और सिमोना हालेप को अपने एकल खिताब का बचाव करने के लिए उतरना था। विंबलडन के रद्द होने का मतलब ये भी हो सकता है कि दिग्गज रोजर फेडरर, सेरेना विलियम्स और वीनस विलियम्स अब विंबलडन में खेलते नहीं दिखेंगे। फेडरर और सेरेना 2021 की चैंपियनशिप तक लगभग 40 साल के हो जाएंगे जबकि वीनस 41 वर्ष की हो जाएंगी।
बता दें कि विश्वभर में कोरोना संक्रमण के मामले 850,000 से अधिक हो गए हैं। अब तक 42,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कारण सबसे अधिक प्रभावित देश अमेरिका, इटली, स्पेन, चीन और जर्मनी हैं। कोरोना के कारण अब तक सबसे अधिक मौतें इटली में हुई हैं।