हमास द्वारा ऑपरेटेड गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि अभी तक के युद्ध के करीब 7,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की जान चली गई है. यह संख्या 2014 में छह सप्ताह तक चले गाजा युद्ध के दौरान दर्ज हताहतों की संख्या से तीन गुना से अधिक है. इस बीच, जैसे ही युद्ध अपने 21वें दिन में प्रवेश किया, गाजा पट्टी को भारी बमबारी का सामना करना पड़ा.
गाजा पट्टी में भोजन और पानी जैसी आवश्यक वस्तुओं की भयंकर किल्लत लगातार बनी हुई है. हालांकि अभी भी बमबारी जारी रही जबकि इज़रायली सेना ने उत्तरी गाजा में अपने सैनिकों और टैंकों के एक लिमिटेड एंट्री की सूचना दी, क्योंकि वे संभावित बड़े पैमाने पर घुसपैठ की तैयारी कर रहे थे.
वहीं, दक्षिणी इज़रायल में 7 अक्टूबर को हमास के अप्रत्याशित हमले के बाद हुई हिंसा और इज़राइली छापे में वेस्ट बैंक में 100 से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं. इज़रायली अधिकारियों के अनुसार, संघर्ष के परिणामस्वरूप इज़रायल में 1,400 से अधिक लोगों की मौत हुई है, मुख्य रूप से नागरिक जो शुरुआती हमास हमले में हताहत हुए थे. इज़रायल की सेना ने संकेत दिया है कि घुसपैठ के दौरान हमास द्वारा पकड़े गए विदेशियों सहित 222 लोग गाजा में बंधक के रूप में बने हुए हैं.
इस बीच, इज़रायल ने शुक्रवार को घोषणा की कि गाजा में उसका सैन्य अभियान "ऑपरेशन के अगले चरण" की तैयारी में था. ऐसी चिंताएँ हैं कि फिलिस्तीनी क्षेत्र पर संभावित जमीनी आक्रमण एक व्यापक संघर्ष में बदल सकता है. इसके अलावा, मिस्र के अल क़ाहेरा न्यूज़ ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि एक मिसाइल ने इजरायली सीमा के पास मिस्र के लाल सागर रिसॉर्ट शहर ताबा में एक चिकित्सा सुविधा पर हमला किया, जिसके परिणामस्वरूप छह लोग घायल हो गए.
अल क़ाहेरा ने सुझाव दिया कि यह घटना इज़रायल और गाजा के हमास आतंकवादियों के बीच चल रहे संघर्ष से जुड़ी थी. इज़रायल की सेना ने क्षेत्र में एक सुरक्षा घटना के बारे में जानकारी होने की बात स्वीकार की.