रूस के सुदूरवर्ती पूर्वी तट पर शुक्रवार को आए शक्तिशाली भूकंप के बाद हवाई और अलास्का में सुनामी का खतरा उत्पन्न हो गया था, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने अब इस खतरे को टल गया बताया है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, यह भूकंप रूस के कुरील द्वीप के पास समुद्र के अंदर आया था जिसकी तीव्रता 7.3 मापी गई।
भूकंप के तुरंत बाद हवाई और अलास्का में तटीय इलाकों को अलर्ट पर रखा गया। हालांकि, अमेरिकी प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र (PTWC) ने कुछ घंटों बाद जानकारी दी कि अब किसी भी गंभीर सुनामी की संभावना नहीं है और चेतावनी को हटा दिया गया है।
इस भूकंप का केंद्र समुद्र की गहराई में था, जिससे प्रारंभिक आशंका थी कि यह बड़ा जलीय लहरों को जन्म दे सकता है। लेकिन वैज्ञानिकों ने स्थिति पर नजर रखने के बाद बताया कि समुद्र में लहरों का उतार-चढ़ाव सामान्य सीमा में ही रहा, जिससे व्यापक तबाही का खतरा टल गया।
रूस के अधिकारियों ने भी बताया कि अभी तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है। हवाई और अलास्का के निवासियों ने थोड़ी देर के लिए घबराहट महसूस की, लेकिन जल्द ही स्थितियाँ सामान्य हो गईं।
गौरतलब है कि प्रशांत महासागर की परिधि ‘रिंग ऑफ फायर’ कहलाती है, जहां टेक्टोनिक प्लेट्स के सक्रिय होने की वजह से अक्सर भूकंप और ज्वालामुखीय गतिविधियाँ देखी जाती हैं। ऐसे में इस क्षेत्र में सुनामी का खतरा हमेशा बना रहता है।
इस घटना ने एक बार फिर यह याद दिलाया है कि भूकंप के बाद आने वाली सुनामी को लेकर त्वरित चेतावनी तंत्र और सतर्कता कितनी महत्वपूर्ण है। राहत की बात यह है कि इस बार कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, और लोग बड़ी त्रासदी से बच गए।
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