अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी पहली स्टेट ऑफ द यूनियन स्पीच में कई अहम मुद्दों पर निजी राय रखी। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने आतंकवाद पर सख्ती से लेकर मजबूत इमिग्रेशन प्रणाली बनाने के भी संकेत दिए। इस भाषण को इसलिए अहम माना जाता है क्योंकि यह अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से हर साल दिया जाने वाला पारंपरिक संबोधन है। राष्ट्रपति कांग्रेस के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हैं और इसमें देश के हालात के बारे में विचार रखते हैं। आइए जानते हैं इस दौरान ट्रंप ने क्या कहा-
-समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, चीन जैसे देशों को चेतावनी देते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, "आर्थिक सरेंडर का युग खत्म हो गया है। अब हम अपेक्षा करते हैं कि व्यापारिक संबंध पारस्परिक और निष्पक्ष होंगे। हम खराब व्यापार सौदों को ठीक करने और नए लोगों के साथ बातचीत करने के लिए काम करेंगे।"
-ट्रंप ने कहा, "हम मेरिट पर आधारित इमिग्रेशन सिस्टम की ओर बढ़ें। उन्होंने कहा कि वह व्यक्ति जो हमारे समाज में अपना योगदान दे सके, जो हमारे देश की इज्जत करे और इससे प्यार करे, उसे मौका मिले। ट्रंप ने यह भी कहा कि वीजा और शरणार्थी नीति में बदलाव के लिए देश की दोनों बड़ी राजनीतिक पार्टियों को साथ आना चाहिए। ट्रंप ने यह स्पष्ट संकेत दिया कि अब लॉटरी सिस्टम से वीजा मिलने की प्रक्रिया को बंद किया जाएगा। इस प्रोग्राम के जरिए अकुशल लोगों को भी ग्रीन कार्ड मिल जाता है। इसके बजाय मेरिट के आधार पर ग्रीन कार्ड दिया जाएगा।"
- ट्रम्प ने कहा कि उनका प्रशासन खराब व्यापार सौदों को ठीक करने और अमेरिकी श्रमिकों की रक्षा के लिए नए लोगों से बातचीत करने के लिए काम करेगा।
-उन्होंने कहा, "हम अपने व्यापार नियमों के मजबूत प्रवर्तन के जरिए अमेरिकी श्रमिकों और अमेरिकी बौद्धिक संपदा की रक्षा करेंगे।"
-उन्होंने कहा, चुनाव के बाद से हमने 2.4 मिलियन नौकरियां तैयार कीं, जिनमें मैन्यूफैक्चरिंग में नौकरियां भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आज बेरोजगारी पिछले 45 साल के निचले स्तर पर है, अफ्रीकी-अमेरिकी बेरोजगारों का आंकड़ा भी गिरा है। ये हमारे लिए काफी बड़ी सफलता है।
-टैक्स में कटौती और सुधारों का जिक्र करते हुए ट्रम्प ने कहा कि बड़े पैमाने पर कर कटौती मध्यम वर्ग और छोटे व्यवसायों के लिए जबरदस्त राहत प्रदान करती है। ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने व्यापार कर की दर को 35 प्रतिशत से घटाकर 21 प्रतिशत कर दिया, अतः अमेरिकी कंपनियां दुनिया में किसी के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर सकती हैं और जीत सकती हैं।
-आतंकवाद पर उन्होंने कहा कि आतंकी सामान्य अपराधी नहीं हैं, वे गैरकानूनी तरीके से लड़ रहे शत्रु लड़ाके हैं। जब वे कई स्थानों पर कब्जा कर रहे हैं, तो उन्हें सबक सिखाना चाहिए। हम आईएसआईएस से तब तक लड़ते रहेंगे, जब तक उसकी हार नहीं हो जाती। हम देश में और देश से बाहर अपनी ताकत बढ़ाएंगे। दुनिया में तानाशाह भी अपनी सत्ता चला रहे हैं। आतंकी गुट सक्रिय हैं। चीन और रूस जैसे हमारे विरोधियों के चलते हमारी इकोनॉमी और वैल्यूज को चुनौती मिल रही है।
-ट्रम्प ने कहा, ''उत्तर कोरिया में लोगों पर जुल्म ढाए जाते हैं। दुनिया में कोई भी सत्ता अपने नागरिकों के साथ ऐसा नहीं करती। नॉर्थ कोरिया का परमाणु कार्यक्रम हमारे लिए खतरा बन सकता है। हम पूरी ताकत से उसे रोकने का प्रयास कर रहे हैं।''