बड़ी संख्या में भारतीयों और अन्य प्रवासियों के कार्यस्थल सिलिकॉन वैली का प्रतिनिधित्व करने वाले खन्ना ने कहा कि कई अमेरिकी लोगों का मानना है कि एच1बी वीजा कार्यक्रम में सुधार की जरूरत है। पहली बार सांसद बने खन्ना ने भाषा को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि निश्चित तौर पर हमें दुरुपयोगों को खत्म करना है। हमारे यहां ऐसी कंपनियां नहीं होनी चाहिए, जिनमें 50 प्रतिशत से अधिक कर्मी एच1बी वीजाधारक हों। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें जायज वेतन मिले।
उन्होंने कहा कि ये स्वाभाविक सुधार हैं जिनमें वेंक शुक्ला (टीआईई सिलिकॉन वैली के नेतृत्वकर्ता) जैसे लोग और कई अमेरिकी यकीन रखते हैं। आइए इस प्रणाली को दुरूस्त करें, दुरुपयोगों को खत्म करें लेकिन यह सुनिश्चित करें कि रोजगार सृजन में प्रवासियों की भूमिका को रेखांकित किया जाए।
एच1बी एक अप्रवासी वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को ऐसे पेशों में विदेशी कर्मचारी नियुक्त करने की अनुमति देता है, जिनमें सैद्धांतिक एवं तकनीकी दक्षता की जरूरत होती है। यह भारतीय तकनीकविदों के बीच बहुत लोकप्रिय है और प्रौद्योगिकी कंपनियां हर साल हजारों कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए इसपर निर्भर करती हैं। (एजेंसी)