50 वर्षीय शाहरूख ने एक अन्य ट्वीट में कहा, इसका अच्छा पहलू यह है कि इंतजार करते के दौरान कई बढ़िया पोकेमाॅन देखने को मिले। यहां शाहरूख एक मशहूर वेब गेम के बारे में बात कर रहे थे। अमेरिकी विदेश मंत्राालय में दक्षिण एवं मध्य एशिया की सहायक मंत्री निशा देसाई बिस्वाल ने हवाईअड्डे पर शाहरूख को पेश आई परेशानी के लिए माफी मांगी है।
निशा ने ट्वीट किया, आपको हवाईअड्डे पर हुई परेशानी के लिए मुभुो खेद है। यहां तक कि अमेरिकी राजनयिकों को भी अतिरिक्त जांच से गुजरना पड़ता है। निशा के ट्विटर अकाउंट के मुताबिक ये उनके व्यक्तिगत ट्वीट हैं। यह पहली बार नहीं है जब शाहरूख को अमेरिकी हवाईअड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने हिरासत में लिया है।
अप्रैल, 2012 में आव्रजन अधिकारियों ने खान को न्यूयार्क के पास व्हाइट प्लेन्स हवाईअड्डे पर हिरासत में लिया था। उन्हें दो घंटे से अधिक समय तक हिरासत में रखा गया था। शाहरूख अमेरिका के येल विश्वविद्यालय में जाने के लिए आए थे और उनके साथ रिलायंस इंडस्टीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी भी थीं। एेसा माना जा रहा है कि वह एक निजी विमान से आए थे।
इस घटना के बाद, सूत्राें ने पीटीआई भाषा को बताया कि नीता अंबानी और उनके साथ के बाकी लोगों को तो तत्काल मंजूरी दे दी गई थी लेकिन शाहरूख को रोक दिया गया था। आव्रजन अधिकारियों की ओर से उन्हें लगभग दो घंटे बाद मंजूरी दी गई थी। येल विश्वविद्यालय के अधिकारियों को जब यह पता लगा कि शाहरूख खान को हवाईअड्डे पर रोक लिया गया है तो उन्हें वाशिंगटन में गृह सुरक्षा विभाग और अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों से संपर्क करना पड़ा था। न्यूयार्क की घटना के बाद, शाहरूख ने कहा था, जब भी मुझ पर अभिमान हावी होता है, मैं अमेरिका चला जाता हूं। आव्रजन अधिकारी सितारों को उनके स्टारडम से बाहर ले आते हैं।
वर्ष 2009 में, शाहरूख को न्यूज सर्जरी के नेवार्क हवाईअड्डे पर लगभग दो घंटे तक हिरासत में रखा गया था। इस घटना के बाद, शाहरूख ने नेवार्क हवाईअड्डे की दुर्भाग्यपूर्ण प्रक्रिया को नजरअंदाज करने की कोशिश करते हुए कहा था कि वह किसी से माफी मांगने के लिए नहीं कहेंगे। भाषा एजेंसी