सिख अध्ािकार समूह ने लोगों से अपील की कि किसी भी धमकी या हिंसा की स्थिति में कानून प्रवर्तन संस्थाओं को सूचित करें और मदद के लिए सिख कोलिशन के पास पहुंचें। गौरतलब है कि इस तरह की घटनाओं के बाद सिख समुदाय के खिलाफ घृणा अपराधों का खतरा रहता है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस गोलीकांड को हृदय को चीर देने वाली घटना बताया और अमेरिका के लोगों से पीडि़तों के संबंधियों के लिए प्रार्थना करने को कहा।
गुरुवार को हुए इस हमले ने 2009 में फोर्ट हुड हिंसा और 2013 में वाशिंगटन के नेवी यार्ड हमले सहित अमेरिकी सैन्य ठिकानो में हुई भीषण गोलीबारी की याद दिला दी है। दोनों हमलों में क्रमश: 13 और 12 लोगों की मौत हुई थी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि टेनेसी हमले में एक पुलिस अधिकारी, मरीन कोर भर्तीकर्ता और नौसेना का एक नाविक घायल हो गए। एफबीआई ने बंदूकधारी की पहचान 24 वर्षीय मोहम्मद यूसुफ अब्दुल अजीज के रूप में की जो पुलिस के साथ हुई गोलीबारी में खुद भी मारा गया। स्थानीय रिपोर्टों के मुताबिक यह व्यक्ति अमरीकी नागरिक था जिसका जन्म कुवैत में हुआ था।
टेनेसी के उस हिस्से के अमेरिकी संघीय वकील बिल किलियन ने कहा कि इस गोलीबारी मामले की जांच घरेलू आतंंकवाद के तौर पर की जा रही है। एफबीआई के विशेष एजेंट एड रेनहोल्ड ने कहा, हम इसकी हर संभव दृष्टिकोण से जांच कर रहे हैं कि यह घरेलू, अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद है या फिर एक सामान्य आपराधिक कृत्य। हमले के पीछे युवक के मकसद के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है।