अमेरिका के कई सांसदों ने निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को फौरन पद से हटाए जाने की मांग की है। सांसदों का आरोप है कि ट्रंप ने अपने समर्थकों को भड़काया जिसके बाद उनके समर्थक कैपिटल परिसर में घुस गए और हंगामा किया और इससे अमेरिकी लोकतंत्र को ठेस पहुंची है।
कांग्रेस सदस्य स्टीवन होर्सफोर्ड ने कहा, ‘‘ कांग्रेस के निर्वाचित सदस्य के तौर पर यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इलेक्टोरल कॉलेज के प्रमाणीकरण को छह जनवरी को दर्ज करें , जैसा की संविधान में रेखांकित है। आज राष्ट्रपति ट्रंप ने हमे इस जिम्मेदारी को पूरा करने से रोका और लोकतंत्र को बाधित किया।’’ कई सांसदों ने होर्सफोर्ड के बयान से सहमति जताई। उन्होंने कहा,‘‘ 1812 के युद्ध के बाद से पहली बार आज अमेरिकी कैपिटल में सेंधमारी हुई। आज जो मैंने हिंसा और अराजकता देखी वह लोकतांत्रिक प्रतिष्ठानों को बनाए रखने के सिद्धांतों और नियमों के ठीक विपरीत है और आधुनिक वक्त में ये अप्रत्याशित हैं।’’
कांग्रेस सदस्य अर्ल ब्लूमेनॉयर ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाने की मांग की। उन्होंने उप राष्ट्रपति माइक पेंस और अमेरिकी कैबिनेट से राष्ट्रपति को पद से हटाने के लिए संविधान के 25वें संशोधन का उपयोग करने की मांग भी की। उन्होंने कहा,‘‘ यहां क्या हुआ हमें यह स्पष्ट होना चाहिए। बुरी तरह हारे चुनाव के प्रमाणन को रोकने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति ने घरेलू आतंकवादियों की एक भीड़ को पेन्सिलवेनिया एवेन्यू में हमला करने और अमेरिकी कैपिटल पर कब्जा करने के लिए भेजा।’’
ब्लूमेनॉयर ने कहा, ‘‘इस व्यक्ति को तत्काल हटाए जाने की आवश्यकता है और मुझे उम्मीद है कि वह अपनी हरकतों का अंजाम भुगतेंगे।’’ कांग्रेस सदस्य इल्हान उमर ने कहा,‘‘सभी नेताओं को इस तख्तापलट की निंदा करनी चाहिए। और राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाया जाना चाहिए और उन्हें राजद्रोह के आरोप में पद से हटा दिया जाना चाहिए।’’ इन सांसदों के अलावा अयान्न प्रिस्ले, जिम्मी गोम्ज,कैथे मैनिंग, एंथनी ब्राउन ने भी राष्ट्रपति को शीघ्र पद से हटाने की मांग की है।