अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि अमेरिका ईरान की सत्ता में बदलाव नहीं चाहता। ट्रंप का यह बयान दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव और क्षेत्र में अमेरिका की ओर से सेना की तैनाती के बाद आया है।
जापान के दौरे पर पहुंचे ट्रंप ने तोक्यो में संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं ईरान के कई लोगों को जानता हूं। वे महान लोग हैं, उसके (ईरान के) पास उसी नेतृत्व के साथ महान देश बनने का मौका है।”
‘हम चाहते हैं कि कोई परमाणु हथियार न बने’
ट्रंप ने कहा, “हम सत्ता परिवर्तन नहीं चाहते, मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं। हम चाहते हैं कि कोई परमाणु हथियार न बने।”
उन्होंने कहा, “मैं किसी भी प्रकार से ईरान को नुकसान पहुंचाने के बारे में नहीं सोच रहा हूं।”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने “भयावह ईरान समझौते” की आलोचना सोमवार को फिर से दोहराई लेकिन कहा कि वह नयी बातचीत के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हम किसी समझौते पर पहुंच जाएंगे।”
इससे कुछ घंटों पहले ट्रंप ने कहा, “मुझे यकीन है कि ईरान बातचीत करना चाहेगा और अगर वह बातचीत करना चाहता है तो हम भी बात करेंगे।” ट्रंप ने यही नरम रुख उत्तर कोरिया के प्रति भी दिखाया।
पश्चिम एशिया में 1,500 अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर रहा अमेरिका
अमेरिका ने शुक्रवार को कहा था कि वह ईरान की ओर से उत्पन्न हो रहे “संभावित खतरों” से निपटने के लिए पश्चिम एशिया में 1,500 अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर रहा है।
ईरान-अमेरिका तनाव
ईरान के साथ हुए अंतरराष्ट्रीय परमाणु सौदे से बाहर निकलने और तेल उत्पादक देश पर फिर से प्रतिबंध लगाने के ट्रंप के पिछले साल के फैसले के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया।