Advertisement

बांग्लादेश: शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ीं, हत्या के चार और मामले दर्ज

बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके पूर्व कैबिनेट सहयोगियों के खिलाफ हत्या के कम से...
बांग्लादेश: शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ीं, हत्या के चार और मामले दर्ज

बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके पूर्व कैबिनेट सहयोगियों के खिलाफ हत्या के कम से कम चार और मामले दर्ज किए गए हैं। रविवार को मीडिया में आईं खबरों से यह जानकारी मिली है।

सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस की खबर के अनुसार, वर्ष 2010 में बांग्लादेश राइफल्स (बीडीआर) के एक अधिकारी अब्दुर रहीम की मौत के मामले में रविवार को हसीना (76), बांग्लादेश सीमारक्षक बल (बीजीबी) के पूर्व निदेशक जनरल अजीज अहमद व 11 अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया।

बीडीआर के सहायक उप निदेशक रहे रहीम 2010 में पिलखाना में कत्लेआम के सिलसिले में दर्ज मामले में आरोपी थे। उसी साल 29 जुलाई को हिरासत में रहते हुए जेल में उनकी मौत हो गई थी। रहीम के बेटे अधिवक्ता अब्दुल अजीज ने ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट मोहम्मद अख्तर उज्जमां की अदालत में मामला दर्ज कराया।

समाचार एजेंसी ने बताया कि 18 जुलाई को भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के दौरान सैन्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (एमआईएसटी) के एक छात्र की हत्या के मामले में हसीना और 48 अन्य के खिलाफ रविवार को हत्या का एक और मामला दर्ज किया गया।

खबर में कहा गया है कि पीड़ित शेख अशबुल यमीन के चाचा अब्दुल्ला-अल कबीर ने रविवार को ढाका के वरिष्ठ न्यायिक मजिस्ट्रेट मोहम्मद सैफुल इस्लाम की अदालत में एक याचिका दायर कर 49 आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की अपील की।

इस मामले में अवामी लीग के महासचिव और पूर्व सड़क परिवहन एवं पुल मंत्री ओबैदुल कादर और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान व अन्य को आरोपी बनाया गया है।

हाल ही में विरोध प्रदर्शन के दौरान राजधानी में ट्रेडिंग कॉरपोरेशन ऑफ बांग्लादेश (टीसीबी) के उत्पादों के एक विक्रेता की हत्या को लेकर हसीना और 27 अन्य के खिलाफ एक अलग मामला दर्ज किया गया था।

मामले में अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर और पूर्व मंत्री अनीसुल हक तथा ताजुल इस्लाम अन्य प्रमुख आरोपी हैं।

हाल ही में विरोध प्रदर्शन के दौरान राजधानी में एक ऑटो-रिक्शा चालक की हत्या को लेकर हसीना समेत 25 लोगों के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया था।

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad