इजरायल के यरुशलम में अमेरिकी दूतावास के उद्घाटन से फलस्तीन के नागरिक भड़क गए। उन्होंने सोमवार को गाजा सीमा पर विरोध प्रदर्शन किया।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उन्हें सीमा से खदेड़ने के लिए इजरायल की सेना ने गोलयां चलाईं। अब तक इसमें 41 लोगों फलस्तीनी नागरिकों की मौत की खबर है। घायलों की संख्या 900 बताई जा रही है। दूतावास स्थानांतरण पर फलस्तीन के प्रधानमंत्री रामी हमदल्लाह ने अमेरिका पर अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
वहीं, इजरायल की सेना का कहना है कि सीमा पर करीब 35 हजार फलस्तीनी जमा हो गए थे। उनमें से कुछ ने बाड़ को पार कर इजरायल सीमा में घुसने की कोशिश की।
इजरायल के लिए बड़ा दिन: डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एेलान के बाद सोमवार को यरुशलम में दूतावास का उद्घाटन कर दिया गया। इस उद्घाटन समारोह में ट्रंप की बेटी इवांका और दामाद जेरेड कुश्नर भी शामिल हुए। दूतावास के उद्घाटन पर ट्रंप ने ट्वीट किया, 'इजरायल के लिए यह बहुत बड़ा दिन है।' उन्होंने गाजा सीमा पर हुई हिंसा का कोई जिक्र नहीं किया।
साथ ही अरब देशों ने अमेरिकी दूतावास को यरुशलम में स्थानांतरित किए जाने पर अफसोस व्यक्त किया। उन्होंने अमेरिका के इस कदम की कड़े शब्दों में आलोचना की है। फलस्तीन ने अरब लीग से इस मसले पर आपात बैठने बुलाने की मांग की है।