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चीन की चेतावनी - भ्रम में न रहे भारत कि डोभाल के दौरे से सुलझेगा डोकलाम विवाद

डोकलाम को लेकर पिछले डेढ़ महीने से जारी तनातनी के बीच एक बार फिर चीन ने भारत को चेताने की कोशिश की है। चीन ने कहा है कि भारत इस भ्रम में न रहे कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के चीन दौरे के दौरान विवाद सुलझाने पर बात होगी।
चीन की चेतावनी - भ्रम में न रहे भारत कि डोभाल के दौरे से सुलझेगा डोकलाम विवाद

चीन की मीडिया में छपी खबर के मुताबिक चीन भारत से तब तक बात नहीं करेगा जब तक की भारत डोकलाम से अपनी सेना नहीं हटा लेता। मीडिया रिपोर्ट में चीन ने साफ कह दिया है कि भारत को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के चीन दौरे के दौरान विवाद सुलझाने पर बात होगी। बता दें कि 27 जुलाई को अजीत डोभाल ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए चीन जाने वाले हैं।

चीन की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पहले डोकलाम से भारतीय सेना हटे, उसके बाद ही दोनों देशों के बीच कोई बातचीत हो सकती है। चीन तब तक भारत से बातचीत नहीं करेगा, जब तक भारत बिना शर्त अपनी सेना वहां से नहीं हटाता है। साथ ही, ग्लोबल टाइम्स ने डोकलाम विवाद के लिए अजीत डोभाल को ‘साजिश करने वाला’ कहा है।

गौरतलब है कि इससे पहले डोकलाम विवाद पर पहली बार चीनी सेना से सीधी धमकी दी थी। डोकलाम पर चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत को धमकाते हुए चीनी सेना के 90 सालों के इतिहास को याद दिलाया था। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने कहा था कि मैं भारत को याद दिलाना चाहता हूं कि वो किसी तरह के भ्रम में न रहे, चीन की सेना का 90 साल का इतिहास हमारी क्षमता को साबित करती है। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा मामले में हमारे विश्वास को कोई भी डिगा नहीं सकता। प्रवक्ता ने कहा था कि पहाड़ को हिलाना मुमकिन है लेकिन चीन की सेना को हिला पाना मुश्किल है।

क्या है डोकलाम विवाद?

डोकलाम जिसे भूटान में डोलम कहते हैं। करीब 300 वर्ग किलोमीटर का ये इलाका चीन की चुंबी वैली से सटा हुआ है और सिक्किम के नाथुला दर्रे के करीब है। इसलिए इस इलाके को ट्राई जंक्शन के नाम भी जाना जाता है। ये एक खंजर की तरह का भौगोलिक इलाका है, जो भारत के चिकन नेक यानी सिलिगुड़ी कॉरिडोर की तरफ जाता है। चीन की चुंबी वैली का यहां आखिरी शहर है याटूंग चीन इसी याटूंग शहर से लेकर विवादित डोलम इलाके तक सड़क बनाना चाहता है। इसी सड़क का पहले भूटान ने विरोध जताया और फिर भारतीय सेना ने। भारतीय सैनिकों की इस इलाके में मौजूदगी से चीन हड़बड़ा गया है। इस पर चीन का कहना है कि जब विवाद चीन और भूटान के बीच है तो उसमें भारत सीधे तौर से दखलअंदाजी क्यों कर रहा है।

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