अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने हमजा बिन लादेन (30) के मारे जाने की पुष्टि की है। दावा है कि हमजा अमेरिका के आतंक रोधी अभियान में मारा गया है। उस पर 10 लाख डॉलर का इनाम घोषित किया गया था। हालांकि, यह नहीं बताया गया है कि उसकी मौत कब और कहां हुई है। वाइट हाउस की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, 'हमजा बिन लादेन के मारे जाने से अलकायदा में न सिर्फ लीडरशिप की कमी हो गई है, बल्कि इसके महत्वपूर्ण अभियानों का दुर्बल कर दिया है।'
ट्रंप ने कहा कि हमजा विभिन्न आतंकी संगठनों के साथ योजना बनाने और डील करने के लिए जिम्मेदार था। उल्लेखनीय है कि इससे पहले जुलाई के अंत में अमेरिकी अधिकारियों ने नाम न बताने के शर्त पर हमजा के मारे जाने की बात कही थी। हालांकि आधिकारिक पुष्टि ट्रंप के बयान के बाद अब हुई है।
10 लाख डॉलर का था इनाम
अमेरिका ने 'जिहाद के युवराज' के नाम से जाने जाने वाले हमजा का पता बताने वाले को 10 लाख डॉलर पुरस्कार देने का ऐलान किया था। अमेरिका ने कहा था कि हमजा अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए उस पर हमले की साजिश रच रहा है। इसी को देखते हुए इतने बड़े पुरस्कार का ऐलान किया गया है। अमेरिका ओसामा के बेटे हमजा बिन-लादेन को आतंकवाद के ऊभरते हुए चेहरे के रूप में देखता था।
हमजा मिली थी ओसामा से ट्रेनिंग
मौत से पहले ओसामा जब पाकिस्तान में चारदीवारी के भीतर रह रहा था उस वक्त 23 साल के रहे अपने बेटे हमजा को कई चिट्ठियां लिखी थीं जिसमें वह उसे बताना चाहता था कि बेटे को किस तरह की चीजों का अध्ययन करना चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि 2010 से अलकायदा हमजा बिन लादेन को संगठन का बॉस बनाने के लिए ट्रेनिंग दे रहा था।