सर्च इंजन गूगल ने गुरुवार को अपना डूडल स्पेन के मशहूर चित्रकार बार्तालोम एस्टेबान मुरिलो को समर्पित किया है। मुरिलो के सम्मान के लिए आज गूगल ने उनकी ही पेंटिंग के साथ गूगल-डूडल बनाया है। उनकी 400वीं जयंती पर Celebrating 400 Year of Murillo के नाम से ये गूगल डूडल बनाया है।
मुरिलो को समर्पित गूगल का डूडल
मुरिलो का जन्म 1617 ई. में स्पेन के सविले शहर में हुआ था। दुनिया के कुछ बेहतरीन पेंटरों में शुमार मुरिलो की सबसे फेमस पेंटिंग है ‘टू विमेन एट अ विंडो’ जिस पर आज गूगल ने डूडल बनाया है। इस पेंटिंग में एक जवान लड़की खिड़की के सामने देख रही है।
वहीं, दूसरी वृद्ध महिला मुंह छिपाकर शर्माते हुए बाहर देख रही है। तस्वीर में दिखाया गया है कि दोनों ही बाहरी दुनिया में शामिल होना चाहती हैं। इस पेंटिंग को साल 1655-60 में बनाया गया था। वर्तमान में ये पेंटिंग अमेरिका के वाशिंगटन में नेशनल गैलरी ऑफ आर्ट के संग्रहित है।
धार्मिक पेंटिंग्स के लिए जाने जाते थे मुरिलो
मुरिलो अपनी धार्मिक पेंटिंग्स के लिए जाने जाते थे। मुरिलो ने पेंटिंग बनाने की कला अपने अंकल से सीखी थी। उनकी मशहूर पेंटिंग हैं सोल्ट इमैक्युलेट कन्सेप्शन और विजन ऑफ सेंट एंथनी। 3 अप्रैल साल 1682 को 64 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
मुरिलो की साल 1640 में शादी हो गई थी
एक सामान्य परिवार में जन्मे मुरिलो की साल 1640 में शादी हो गई थी। माना जाता है कि उनकी पत्नी एक समृद्ध परिवार से थी। गूगल डूडल पर दिख रही मुरिलो की पेंटिंग पर क्लिक करने से उनसे जुड़ी कहानियों का पेज खुला जाएगा।
समाज के अंदर की ही चीजों को अपने कैनवास पर उतारा करते थे मुरिलो
एस्टेबान मुरिलो ने अपनी शानदार कला का उदाहरण देते हुए समाज के अंदर की ही चीजों को अपने कैनवास पर उतारा है। उनकी बनाई हुए कई पेंटिंग को आज भी याद किया जाता है। बताया जाता है कि मुरिलो इतने प्रसिद्ध पेंटर हो गए थे कि एक बार एक राजा ने उन्हें तस्वीर बनाने से मना भी कर दिया था।
मुरिलो के बचपन की बात करें तो उनके पिता नाई और सर्जन थे। बताया जाता है कि इन्होंने अपने अंकल से पेंटिंग सीखी थी। बचपन में वो जो भी पेंटिंग बनाते थे वो बेच देते थे। उन्हीं का देखा-देखी कई पेंटर मेले में अपनी पेंटिंग बेचने लगे। मुरिलो ने शुरुआत में धार्मिक विषयों पर पेंटिंग बनाई।
मुरिलो में ज्यादातर पेंटिंग्स सेंट पीटर्सबर्ग के म्यूजियम में रखी हुई हैं
मुरिलो की ज्यादातर पेंटिंग्स सेंट पीटर्सबर्ग के म्यूजियम में रखी हुई हैं और वर्ल्ड फेमस 'टू विमेन एट अ विंडो' पेंटिंग वाशिंगटन में नेशनल गैलरी ऑफ आर्ट के संग्रह में है।