पाकिस्तान की जेलों में 537 भारतीय बंद हैं। पाक ने यह सूची एक द्विपक्षीय समझौते के तहत भारत के साथ मंगलवार को साझा की।
सूची आने के बाद विदेश मंत्रालय ने बताया कि कि इन कैदियों में 483 मछुआरे और 54 अन्य लोग हैं। यह कदम पाकिस्तान और भारत के बीच 21 मई, 2008 के कांसुलर एक्सेस समझौते के तहत उठाया गया है। समझौते के तहत, दोनों देशों को साल में दो बार एक जनवरी और एक जुलाई को एक दूसरे की हिरासत में रखे गए कैदियों की सूची को साझा करना जरूरी है। भारत भी जल्द ही पाकिस्तान के उच्चायोग के साथ भारतीय जेलों में बंद पाकिस्तानी कैदियों की सूची साझा करेगा।
दोनों देश बार-बार तनाव के बावजूद कैदियों की सूची साझा करने की परंपरा का पालन करते रहे हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच जटिल संबंधों को समग्र वार्ता प्रक्रिया के जरिए सुधारने की कोशिश के तहत यह समझौता किया गया था।
अक्सर कर लिए जाते हैं गिरफ्तार
पाकिस्तान और भारत दोनों ही अक्सर मछुआरों को गिरफ्तार कर लेते हैं क्योंकि अरब सागर में समुद्र का कोई स्पष्ट सीमा नहीं है। इन मछुआरों के पास समुद्री इलाके में सटीक बॉर्डर को जानने के लिए तकनीक से लैस नौकाएं भी नहीं हैं। लंबी और धीमी कानूनी प्रक्रियाओं के कारण, मछुआरे आमतौर पर कई महीनों तक जेल में रहते हैं लेकिन समय-समय पर दोनों ही देश सदभावना के तौर पर मछुआरों को रिहा कर देते हैं।