पाकिस्तान में आयोजित सार्क सम्मेलन में पीओके के एक मंत्री की मौजूदगी को लेकर भारतीय राजनयिक शुभम सिंह ने विरोध दर्ज कराते हुए वॉकआउट किया। भारत की नीति पीओके सरकार के मंत्रियों या अधिकारियों के साथ अतंरराष्ट्रीय मंच शेयर की नहीं करने की रही है।
रविवार को भारत ने पाकिस्तान के इस कदम के खिलाफ कड़ा विरोध जताते हुए सम्मेलन से वॉकआउट किया। पीओके को लेकर भारत का रुख साफ है। भारत अपनी इसी कूटनीतिक लाइन को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी दोहराता है। इसके तहत चुने हुए भारतीय जनप्रतिनिधि और सरकारी अधिकारी, कूटनीतिक आदि पीओके के मंत्रियों और अधिकारियों के साथ मंच शेयर नहीं करते हैं।
2016 में स्थगित करना पड़ा था सम्मेलन
2016 का दक्षेस शिखर सम्मेलन नवंबर में इस्लामाबाद में होना था लेकिन उसी साल सितंबर में जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना के एक शिविर पर आतंकवादी हमला होने के बाद भारत ने तत्कालीन स्थितियों के कारण सम्मेलन में हिस्सा लेने में असमर्थता जताई थी। बाद में बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान ने भी हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। उसके बाद सम्मेलन स्थगित कर दिया गया।
पिछले महीने पाकिस्तान ने कहा था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दक्षेस सम्मेलन के लिए निमंत्रित करेगा। लेकिन भारत ने कहा कि जब तक पाकिस्तान अपने देश में आतंकवादी गतिविधियों पर रोक नहीं लगाता तब तक कोई बातचीत नहीं होगी और न ही दक्षेस में वह हिस्सा लेगा।