सदाबहार दोस्त भारत के बाद नेपाल की कूटनीति का अगला पड़ाव चीन बनने जा रहा है। नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली अगले महीने चीन जाएंगे। उनकी पांच दिवसीय यात्रा 19 जून से शुरू होगी। फरवरी में पीएम बने ओली की यह दूसरी विदेश यात्रा होगी। इससे पहले अप्रैल में वे तीन दिन की यात्रा पर भारत आए थे।
ओली की चीन यात्रा की घोषणा ऐसे वक्त में की गई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में नेपाल के दौरे से लौटे हैं। दूसरी बार नेपाल के पीएम बने ओली का झुकाव चीन की ओर माना जाता है। इसके कारण उनके पिछले कार्यकाल में काठमांडू और नई दिल्ली के रिश्तों में गर्माहट कम हो गई थी।
17 मई को काठमांडू में चीनी दूतावास ने आधिकारिक तौर पर ओली को चीन आने का न्योता दिया। 'काठमांडू पोस्ट' के मुताबिक, बीजिंग के अलावा चीन ने ओली को सिचुआन और तिब्बत क्षेत्र आने का भी प्रस्ताव दिया है। नेपाल में चीन के उच्चायुक्त यू हॉन्ग इस यात्रा से पहले तिब्बत का दौरा भी करके आई हैं। उन्होंने बीते हफ्ते काठमांडू में विदेश मंत्री शंकर दास बैरागी से इस यात्रा के एजेंडा पर बातचीत के लिए मुलाकात भी की।
अपने पिछले कार्यकाल के दौरान ओली ने चीन दौरे पर बीजिंग के साथ ट्रांजिट और ट्रांसपोर्ट समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के लिए प्रोटोकॉल पर इस बार हस्ताक्षर किए जाने हैं।