पाकिस्तान में जासूसी के आरोप में जेल में सजा काट रहे भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव 25 दिसंबर को अपनी मां और पत्नी से मिल सकेंगे। इसके लिए पाकिस्तान सरकार ने अनुमति दे दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने आज यह जानकारी इस्लामाबाद में दी। इस बीच, भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नई दिल्ली में ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि वह जाधव की मां और पत्नी को वीजा देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने इस दौरान इन दोनों को पूरी सुरक्षा देना का वादा किया है। सुषमा ने कहा कि उन्होंने जाधव की मां अवंतिका जाधव से बात की और उन्हें इसकी जानकारी दी।
फैसल ने साप्ताहिक ब्रीफिंस के दौरान बताया कि इस मुलाकात के दौरान भारतीय दूतावास का एक अधिकारी भी मौजूद रहेगा। इससे पहले पाकिस्तान ने 10 नवंबर को जाधव की पत्नी और मां को उससे मिलने की अनुमति दी थी।
47 वर्षीय जाधव को पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने जासूसी और आतंकवाद के आरोप में मौत की सजा सुनाई है। भारत की अपील पर इंटरनेशन कोर्ट ऑफ जस्चटि ने मई में उनकी फांसी पर रोक लगा दी है। कुलभूषण जाधव नौसेना के रिटायर्ड कमांडर हैं। तीन मार्च 2016 को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने उन्हें अवैध तरीके से पाकिस्तान में घुसने और जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
भारत ने जाधव की मां अवंतिका को मानवीय आधार पर वीजा देने का आग्रह किया था। इस बाबत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हाल ही में पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहैल महमूद से भी दिल्ली में बात की थी। दूसरी ओर पाकिस्तान ने जाधव को कानूनी सहायता देने के भारत की मांग को हरदम ठुकराता रहा है। उसका मानना है कि जिस तरह के मामले में जाधव को सजा हुई है उसमें यह संभव नहीं है। जाधव ने पाकिस्तनी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के पास दया याचिका दायर कर रखी है जो अभी विचाराधीन है।