सरकार पर मंडरा रहे संकट के बादल के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश की जनता को संबोधित किया। उन्होंने यूसुफ ऱजा गिलानी पर पैसे बांटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे शनिवार को विश्वासमत प्रस्ताव ले रहे हैं।
सीनेट के चुनाव में बुधवार को युसूफ रजा गिलानी ने इमरान खान सरकार के वित्त मंत्री हफीज शेख को हरा दिया। दिलचस्प है कि इमरान खान की पार्टी के सदस्यों ने भी यूसुफ रजा गिलानी को वोट किया। इमरान खान ने कहा कि उनके सांसद पैसे लेकर बिक गए हैं। जो लोग धन हासिल कर वोट खरीदने और बेचने में शामिल हैं, वे पाकिस्तान के सामाजिक ताने-बाने को नष्ट कर रहे हैं।
इमरान खान ने कहा कि मै चाहें विपक्ष में बैठूं या असेंबली के बाहर बैठूं .लेकिन मैं उनको नहीं छोड़ूंगा जो मुल्क का पैसा लेकर बैठे हैं।. शनिवार को मैं कॉन्फिडेंस मोशन ले रहा हूं। आप हाथ उठा कर बताएं कि आप मेरे साथ नहीं हैं। मैं विपक्ष में बैठ जाऊंगा लेकिन ओपेन बैलेट हो। अगर हार गया तो विपक्ष में बैठूंगा। मेरी ज़िंदगी में कोई फ़र्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यूसुफ रजा गिलानी पैसे की बदौलत जीते. देश की जम्हूरियत कमजोर हुई है।
चुनाव पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली का नहीं बल्कि सीनेट का था मगर इस्लामाबाद सीनेट के चुनाव में नेशनल एसेंबली के सदस्य ही वोट करते हैं। पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली में कुल 342 सीटें हैं जिनमें से 272 चुन के आते और बाकी मनोनीत होते हैं। ऐसे में अगर नो कांफिडेंस में विपक्ष आधे से एक ज़्यादा वोट पाने में कामयाब हो गया तो इमरान सरकार गिर सकती है।