अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने गुरुवार को घोषणा की है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया चलेगी। पेलोसी हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी द्वारा ट्रम्प के खिलाफ संभावित आरोपों पर विचार करने के एक दिन बाद बोल रही थीं।
उन्होंने कहा कि हमारा लोकतंत्र दांव पर है। राष्ट्रपति पर पद छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि वह दुख के साथ लेकिन आत्मविश्वास और विनम्रता के साथ मसौदे के लिए अधिकृत कर रही है। राष्ट्रपति ने संविधान का गंभीर उल्लंघन किया है।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर अपने कार्यालय की शक्ति का दुरुपयोग करने का आरोप लगा है। डेमोक्रेटिक-नियंत्रित प्रतिनिधि सभा की एक प्रमुख कांग्रेस समिति ने राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की सुनवाई के आधार पर एक रिपोर्ट में यह आरोप लगाया है।
शक्तियों के दुरुपयोग का है आरोप
रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने अपने व्यक्तिगत और राजनीतिक मक्सदों को पूरा करने के लिए 'राष्ट्रहित' से समझौता करने और अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए 2020 राष्ट्रपति चुनाव में अपने पक्ष में विदेशी मदद मांगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, इन प्रस्तावों में डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा निर्वाचित होने के अभियान में इस सहायता के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ व्हाइट हाउस में एक बैठक करने और सैन्य मदद देने का वादा किया गया था। 25 जुलाई को डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच फोन पर वार्ता होने की भी पुष्टि की गई है। इसकी पुष्टि ट्रंप के चीफ ऑफ स्टाफ द्वारा किए जाने का जिक्र भी रिपोर्ट में है।
ये है पूरा मामला
डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में संभावित प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन समेत अपने घरेलू प्रतिद्वंद्वियों की छवि खराब करने के लिए यूक्रेन से गैरकानूनी तौर पर सहायता मांगी। हाउस ज्युडिशियरी कमेटी ने इस पर सुनवाई की कि क्या जांच में शामिल किए गए सबूत 'राजद्रोह, घूस या अन्य अपराधों और खराब आचरण' के आधार पर संवैधानिक रूप से महाभियोग चलाने के मानकों को पूरा करते हैं।