अपने कार्यकाल की दूसरी पारी की शुरुआत के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पहले विदेश दौरे पर मालदीव पहुंचे। मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने माले के रिपब्लिक स्क्वायर में गले लगाकर उनका स्वागत किया। मालदीव सरकार ने पीएम मोदी को मालदीव के सर्वोच्च सम्मान 'निशान इज्जुद्दीन' (जो विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को दिया जाता है) से नवाजा। पीएम मोदी ने कहा कि सुशासन के प्रति हमारी जिम्मेदारी अहम है। भारत हर हाल में मालदीव के साथ खड़ा है। दोनों देशों के लोग स्थिरता चाहते हैं। हमारी साझेदारी की भावी दिशा पर पूर्ण सहमति है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने मालदीव की संसद (पीपल्स मजलिस) को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मालदीव दुनिया के सामने सौंदर्य का नायाब नमूना है। यह हिंद महासागर की कुंजी है। यह देश दुनिया का नायाब नगीना है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले मालदीव के लोगों ने इकट्ठा होकर दुनिया के सामने लोकतंत्र का उदाहरण पेश किया। आप लोगों ने यह बता दिया कि अंततः जीत जनता की होती है। मालदीव की इस जीत पर आपके सबसे घनिष्ठ मित्र और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत सबसे ज्यादा खुशी हुई।
'नेबरहुड फर्स्ट हमारी प्राथमिकता'
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में हमारी सरकार ने दोबारा जीत हासिल कर सबका साथ सबका विकास के साथ सबका विश्वास हासिल किया।नेबरहुड फर्स्ट हमारी प्राथमिकता है। मालदीव में लोकतंत्र की मजबूती के लिए भारत हमेशा साथ रहेगा। हजारों सालों से भारत और मालदीव के बीच व्यापारिक संबंध हैं। हर कदम से साफ है कि भारत और मालदीव एक ही गुलशन के फूल हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत मालदीव की फ्राइडे मस्जिद के संरक्षण में योगदान देगा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद आज सबसे बड़ा खतरा है और उससे भी बड़ा खतरा है राज्य प्रायोजित आतंकवाद। दुनिया को एक साथ मिलकर आतंकवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ आगे बढ़कर लड़ाई लड़नी होगी।
Maldives: Prime Minister Narendra Modi arrives at the People’s Majlis, the Parliament of Maldives. pic.twitter.com/5WDga16k6s
— ANI (@ANI) June 8, 2019
केरल से मालदीव रवाना
इससे पहले पीएम मोदी केरल में त्रिसूर के गुरुवायुर पहुंचे थे। जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। इसके बाद वह सीधे कोच्चि से मालदीव के लिए रवाना हो गए। पीएम के इस विदेशी दौरे को भारत के पड़ोसी देशों के महत्व और नेबरहुड फर्स्ट की नीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
मालदीव को पीएम मोदी देंगे कई सौगातें
मालदीव को प्रधानमंत्री मोदी कई तरह की सौगातें देंगे। जिसमें फेरी सेवाओं से लेकर बंदरगाह और क्रिकेट स्टेडियम के लिए फंड देंगे। इसके अलावा पीएम मोदी मालदीव में दो नए प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास भी करेंगे। जिसमें एक कोस्टल रडार प्रोजेक्ट और दूसरा archipelago's डिफेंस फोर्सेज के लिए ट्रेनिंग सेंटर का शिलान्यास रहेगा।
2014 में पहली बार पीएम बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी सबसे पहले भूटान के दौरे पर गए थे। इसके बाद मोदी ने सभी दक्षिण एशियाई देशों का दौरा किया था, जिसमें मालदीव भी शामिल था।
सोलिह के शपथग्रहण में गए थे मोदी
नवंबर 2018 में भी प्रधानमंत्री मोदी मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद सालेह के शपथ ग्रहण में भी पहुंचे थे। कहा जा रहा है कि पीएम मालदीव की संसद के अध्यक्ष मोहम्मद नशीद संग बैठक करेंगे। इस दौरान मालदीव पीएम मोदी को राष्ट्रपति ऑफिस में ऑर्डर ऑफ निशानीजुद्दीन से सम्मानित करेगा। भारत-मालदीव के रिश्तों में पिछले कुछ समय में काफी नजदीकी देखने को मिली है। खासकर मालदीव के राष्ट्रपति चुनावों में इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की जीत के बाद तो भारत-मालदीव के रिश्तों में गर्माहट बढ़ी है।
साथ ही उम्मीद है कि इस यात्रा के दौरान मालदीव के विकास और उसकी अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। पीएम मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति संयुक्त रूप से दो रक्षा संबंधी परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। इसमें तटीय निगरानी रडार सिस्टम और मालदीव के सुरक्षा बलों के लिए संयुक्त अभ्यास केंद्र का उद्घाटन शामिल है।
9 जून को श्रीलंका पहुंचेंगे पीएम मोदी
9 जून को पीएम मोदी श्रीलंका पहुचेंगे। पीएम मोदी का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण है। ईस्टर के मौके पर हुए बम धमाकों के बाद श्रीलंका के लोगों के मन में भारतीय एकजुटता की भावना भी झलकती है। पीएम मोदी श्रीलंका में हुए बम धमाकों के बाद किसी देश के पहले राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री है जो श्रीलंका जा रहे हैं। पीएम मोदी के कार्यकाल में भारत और श्रीलंका के रिश्ते बुलंदी पर पहुंचे हैं। दोनों देशों में सुरक्षा सहयोग, आपसी कारोबार हो और सांस्कृतिक संबंध बेहतर हुए हैं।