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पीएम मोदी ने टोक्यो में भारतीय समुदाय से कहा- भारत-जापान 'स्वाभाविक साझेदार'; ये संबंध आध्यात्मिकता, सहयोग और अपनेपन का है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत और जापान "स्वाभाविक साझेदार" हैं और जापानी निवेश ने...
पीएम मोदी ने टोक्यो में भारतीय समुदाय से कहा- भारत-जापान 'स्वाभाविक साझेदार'; ये संबंध आध्यात्मिकता, सहयोग और अपनेपन का है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत और जापान "स्वाभाविक साझेदार" हैं और जापानी निवेश ने भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। टोक्यो की अपनी दो दिवसीय यात्रा के पहले दिन यहां भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि जापान के साथ भारत के संबंध आध्यात्मिकता, सहयोग और अपनेपन के हैं।

इससे पहले प्रधानमंत्री का टोक्यो में भारतीय समुदाय ने जबरदस्त स्वागत किया। पीएम के संबोधन से पहले राष्ट्रगान हुआ फिर 'भारत माता की जय' व 'जय श्री राम' के नारे के बीच संबोधन शुरू हुआ।

अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा के निमंत्रण पर टोक्यो का दौरा कर रहे मोदी ने कहा, "भारत और जापान स्वाभाविक साझेदार हैं। जापान ने भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।" मोदी ने कहा, "आज की दुनिया को भगवान बुद्ध द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने की जरूरत है। यह मानवता को आज दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियों से बचाने का तरीका है, चाहे वह हिंसा, अराजकता, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन हो।"

यह देखते हुए कि भारत ने हमेशा एक समाधान खोजा है, चाहे समस्या कितनी भी बड़ी क्यों न हो, मोदी ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान अनिश्चितता का माहौल था, लेकिन उस स्थिति में भी, भारत ने अपने करोड़ों नागरिकों को 'मेड इन इंडिया' टीकों की आपूर्ति की और इसे 100 से अधिक देशों में भी भेजा।

मोदी ने कहा, "जब भी मैं जापान जाता हूं, मैं आपका स्नेह देखता हूं। आप में से कई लोग वर्षों से जापान में बसे हैं और जापानी संस्कृति को आत्मसात किया है। फिर भी, भारतीय संस्कृति और भाषा के प्रति समर्पण लगातार बढ़ रहा है।"

पीएम मोदी ने कहा,  "जापान से प्रभावित होकर स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि हर भारतीय नौजवान को अपने जीवन में कम से कम एक बार जापान की यात्रा जरूर करनी चाहिए। मैं स्वामी जी की इस सद्भावना को आगे बढ़ाते हुए, मैं चाहूंगा कि जापान का हर युवा अपने जीवन में कम से कम एक बार भारत की यात्रा करे। पीएम ने आगे कहा कि आजादी का ये अमृत काल भारत की समृद्धि का, भारत की संपन्नता का एक बुलंद इतिहास लिखने वाला है। मुझे जो संस्कार मिले हैं, जिन-जिन लोगों ने मुझे गढ़ा है उसके कारण मेरी भी एक आदत बन गई है। मुझे मक्खन पर लकीर करने में मजा नहीं आता है, मैं पत्थर पर लकीर करता हूं।"

प्रधान मंत्री मोदी अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा के निमंत्रण पर क्वाड नेताओं के एक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर जापान में हैं। वह शिखर सम्मेलन से इतर क्वाड नेताओं के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। मोदी के अलावा, 24 मई को टोक्यो में क्वाड शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, जापानी प्रधान मंत्री किशिदा और ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री चुने गए एंथनी अल्बानी शामिल होंगे।

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