किम ने यहां विश्व बैंक समूह के पूर्ण सत्र में अपने संबोधन में कहा, समूचे संगठन और हमारे ग्राहक देशों में ज्ञान का प्रवाह हो रहा है, और यह रचनात्मकता तथा नवोन्मेष को प्रेरित कर रहा है। उन्होंने उल्लेख किया कि विश्व बैंक ने समूचे क्षेत्रों में ज्ञान और अनुभव सफलतापूर्वक साझा किया है। किम ने कहा, वैश्विक परिपाटियों के हमारे नए ढांचे के जरिए, देशों में ज्ञान को साझा करना आसान और तेज हो गया है। उदाहरण के लिए, जब भारत सरकार गरीबों तक स्वच्छता विस्तारित करने के वास्ते एक बड़ा कार्यक्रम तैयार करने के लिए बैंक के पास आई तो हम मिस्र की ग्रामीण स्वच्छता परियोजना से ज्ञान और अनुभव साझा करने तथा इसे भारत में लागू करने में सक्षम थे।
उन्होंने उल्लेख किया कि ज्ञान को साझा करने का नतीजा एक अरब डालर की लागत वाली स्वच्छ भारत ग्रामीण स्वच्छता परियोजना के रूप में आया जिसमें स्थानीय प्रशासन, पारदर्शिता तथा नागरिक संबंधी जवाबदेही जैसे क्षेत्रों में बेहतर सेवा प्रदायगी का ज्ञान इस्तेमाल किया गया। किम ने कहा, हमारी वैश्विक परिपाटियों का धन्यवाद, अब हम इन दोनों परियोजनाओं से वैश्विक तौर पर ज्ञान साझा करने पर काम कर रहे हैं। उन्होंने एक और भारतीय उदाहरण का उल्लेख करते हुए कहा कि वह अब विश्व बैंक द्वारा निजी क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के लिए किए जा रहे काम से उत्साहित हैं।
भाषा