अफगानिस्तान की 'शेरों की घाटी' पंजशीर पर तालिबान ने कब्जे का दावा कर दिया। विद्रोह आंदोलन के नेता अमरूल्ला सालेह और अहमद मसूद वहां से जान बचाकर भाग निकलने की खबरें आने लगीं और आखिरकार पूरा अफगानिस्तान तालिबान के हाथों में चला गया है।तालिबान के दावों के बीच पंजशीर में तालिबान से लोहा ले रहे नॉर्दर्न अलायंस के के प्रमुख अहमद मसूद ने सोमवार को एक ऑडियो संदेश जारी कर कि पंजशीर में विद्रोही सेनाएं अभी मौजूद हैं और तालिबान के खिलाफ लड़ाई खत्म नहीं हुई है। उऩ्होंने लोगों से तालिबान के खिलाफ उठने का आह्वान किया है। साथ ही ऑडियो संदेश में पाकिस्तान पर भी निशाना साधा है।
अहमद मसूद ने कहा है कि हर देश पाकिस्तान की संलिप्तता से वाकिफ है लेकिन फिर भी हर देश खामोश है। उन्होंने कहा है कि रेजिस्टेंस फ्रंट के लड़ाके अजेय हैं। उऩ्होंने पंजशीर में पाकिस्तान और तालिबान की ओर से बमबारी किए जाने की पुष्टि की। इस बमबारी में फहीम के साथ ही अहमद अहमद मसूद के परिवार के कई सदस्य मारे गए हैं। मसदू ने दावा किया कि पाकिस्तानी वायु सेना ने पंजशीर पर हमला किया था और उसके दो जेट गिरा दिए गए। उन्होंने पाकिस्तानी कमांडोज को मारने का दावा भी किया है।
तोलो न्यूज के मुताबिक, मसूद ने ऑडियो मेसेज में पूरे अफगानिस्तान में लोगों से तालिबान के खिलाफ खड़े होने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि पंजशीर के विद्रोही खड़े रहेंगे और तालिबान के खिलाफ लड़ेंगे। विद्रोही अभी पंजशीर घाटी में मौजूद हैं और तालिबान का मुकाबला कर रहे हैं। वह अपने खून के आखिरी कतरे तक हार नहीं मानेंगे। इससे पहले ऐसी खबरें आ रही थीं कि मसूद के घर पर हमला करके उन्हें मार दिया गया है लेकिन उन्होंने ट्वीट करके अपने सुरक्षित होने की जानकारी भी दी थी।
अहमद मसूद ने कहा कि तालिबान पाकिस्तान की मदद से हमला कर रहा है। उन्होंने ट्वीट करके यह दावा भी किया कि इन दिनों पाकिस्तानी आईएसआई के चीफ फैज अहमद भी काबुल में हैं और इसलिए पाकिस्तान के पंजशीर पर हमले की रणनीति में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि, मसूद ने ट्विटर पर जो तस्वीर शेयर की वह करीब 3 साल पहले अमेरिका के ऐरिजोना में क्रैश हुए प्लेन की थी। सूद ने तालिबान पर पाकिस्तान की मदद से बर्बर हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि तालिबान नहीं बदला है। वह अब अधिक दमनकारी, क्रूर, चरमपंथी और अधिक हिंसक हो गया है।