बेलारूस में रूस-यूक्रेन के बीच ऐतिहासिक बबातचीत खत्म हो गई है लेकिन दोनों देशों के बीच जंग थमेगी या नहीं, इस पर अब तक फैसला नहीं हो सका है। करीब साढ़े तीन घंटे चली बातचीत में यूक्रेन ने मांग रखी है कि रूस क्रीमिया और डोनबास समेत पूरे देश से अपनी सेना वापस ले।
यूक्रेन ने कहा कि रूस के साथ बातचीत 'कुछ फैसलों' तक पहुंची है। जल्द दोनों देशों के बीच दूसरे दौर की बातचीत होगी। यह वार्ता पोलिश-बेलारूस के बॉर्डर पर होगी। बैठक से पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने ट्विटर हैंडल से भी कुछ ट्वीट किए हैं। इसमें रूसी सैनिकों से अपील की गई है। उन्होंने लिखा है कि अपनी जान बचाएं और जाएं। उन्होंने आगे लिखा है कि जब मैं राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ रहा था तो कहा था कि हम सब राष्ट्रपति होंगे क्योंकि देश के प्रति हम सब की जिम्मेदारी है। हम सब योद्धा की तरह हैं।
यू्क्रेन से जारी वार्ता के बीच रूस ने यूरोपियन देशों के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। मॉस्को ने ब्रिटेन समेत 36 देशों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है। यूरोप के ये देश रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा चुके हैं।.
इस बीच, अमेरिकी विदेश विभाग ने बेलारूस की राजधानी स्थित अपना दूतावास बंद कर दिया है। साथ ही अपने राजनयिकों और अन्य गैर-आपातकालीन कर्मचारियों को रूस छोड़ने का निर्देश जारी किया है। यूएस सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एंटनी ब्लिंकन ने कहा, 'यूक्रेन में रूसी सैन्य बलों के अकारण और अनुचित हमले से उत्पन्न हुए सेफ्टी और सुरक्षा मुद्दों की वजह से यह कदम उठाया है।'